Thursday, January 23, 2025

Sanskrit Language

 करोति - करता है 

अस्ति - है 

इत्थम् - ऐसे 

 तथा - वैसे 

यथा - जैसे 

कथम् -  क्यों , कैसे 

 अपि - भी 

न - नहीं 

च‌ - और 

एव - ही 

 एक: - एक 

  द्वौ- दो 

   त्रय: - तीन 

 चत्वार: - चार 

पञ्च- पांच 

षट्- छ: 

  सप्त - सात 

अष्ट - आठ 

नव - नौ 

 दश - दस

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प्रथमा - कर्त्ता -ने

   द्वितीया - कर्म - को 

तृतीया - करण - से, के द्वारा 

  चतुर्थी - संप्रदान - के लिए 

 पञ्चमी - अपादान - से 

षष्ठी - सम्बन्ध - का , के ,        की

   सप्तमी - अधिकरण - में पे , पर 

     ‌सम्बोधन - सम्बोधन - हे , अये , भो:

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अस भुवि , अस्ति - है 


 अस्ति  स्त: सन्ति 

   असि   स्थ:  स्थ 

  अस्मि   स्व:   स्म:

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डुकृञ् करणे , करोति - करता है । 


  करोति  कुरुत: कुर्वन्ति 

    करोषि    कुरुथ: कुरुथ 

     करोमि    कुर्व :   कुर्म:

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इकारान्त पुलिंग "अग्नि"शब्द के रूप 


    अग्नि:  अग्नी     अग्नय: 


    अग्निम्   अग्नी   अग्नीन् 

      

   अग्निना    अग्निभ्याम्  अग्निभि:


अग्नये   अग्निभ्याम्   अग्निभ्य: 


   अग्ने:    अग्निभ्याम् अग्निभ्य:  


अग्ने:    अग्न्यो:   अग्नीनाम् 


   अग्नौ अग्न्यो: अग्निषु 


 हे अग्ने !   हे अग्नी !    हे अग्नय: 


           इसी प्रकार वह्नि, रवि इत्यादि के रूप चलेंगें 

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लोट्।तात् । गच्छाम । लड्॰। अगच्छन् । अगच्छाम । विधिलिड्॰।गच्छेत् । गच्छेयम् । 

       लृट् लकार 

गमिष्यति गमिष्यत: गमिष्यन्ति 


गमिष्यसि गमिष्यथ: गमिष्यथ 


गमिष्यामि गमिष्याव: गमिष्याम:

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दस लकार 

लट् 

लिट्

लुट्

 लृट्

लेट्

लोट्

लड्॰

विधिलिड्॰

आशीर्लिड्॰

 लुड्॰

 लृड्॰

   लेट् लकार केवल वेद में प्रयुक्त होता है 

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इकारान्त पुलिंग "रवि "शब्द के रूप 

    रवि: रवी रवय: 

   रविम्  रवी रवीन् 

   रविणा रविभ्याम् रविभि: 

  रवये रविभ्याम् रविभ्य: 

    रवे: रविभ्याम् रविभ्य: 

  रवे: रव्यो: रवीणाम् 

    रवौ  रव्यो: रविषु 

 हे रवे !  हे रवी ! हे रवय:

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अकथयत् अकथयताम् अकथयन् 

अकथय : अकथयतम् अकथयत 

अकथयम् अकथयाव अकथयाम ।


अभक्षयत् अभक्षयताम् अभक्षयन् 

अभक्षय: अभक्षयतम् अभक्षयत 

अभक्षयम् अभक्षयाव अभक्षयाम । 


अचिन्तयत् अचिन्तयताम् अचिन्तयन् 

अचिन्तय: अचिन्तयतम् अचिन्तयत 

   अचिन्तयम् अचिन्तयाव अचिन्तयाम 


अचोरयत् अचोरयताम् अचोरयन् 

अचोरय: अचोरयतम् अचोरयत 

अचोरयम् अचोरयाव अचोरयाम 


अरचयत् अरचयताम् अरचयन् 

अरचय: अरचयतम् अरचयत 

अरचयम् अरचयाव अरचयाम

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दृशिर् प्रेक्षणे ,पश्यति - देखता है ।

द्रक्ष्यति    द्रक्ष्यत:   द्रक्ष्यन्ति 

  द्रक्ष्यसि द्रक्ष्यथ: द्रक्ष्यथ 

द्रक्ष्यामि द्रक्ष्याव: द्रक्ष्याम:


डुपचष् पाके ,पचति - पकाता है 

पक्ष्यति पक्ष्यत: पक्ष्यन्ति 

पक्ष्यसि पक्ष्यथ: पक्ष्यथ 

पक्ष्यामि पक्ष्याव: पक्ष्याम:


    पत्लृ गतौ , पतति - गिरता है। 

पत्स्यति पत्स्यत: पत्स्यन्ति 

पत्स्यसि पत्स्यथ: पत्स्यथ 

पत्स्यामि पत्स्याव:पत्स्याम:

णम प्रह्वत्वे शब्दे च , नमति - नमस्कार करता है 

नंस्यति नंस्यत:नंस्यन्ति 

नंस्यसि नंस्यथ: नंस्यथ 

नंस्यामि नंस्याव:नंस्याम:


 रक्ष रक्षणे , रक्षति- रक्षा करता है ।

रक्षिष्यति रक्षिष्यत:रक्षिष्यन्ति 

रक्षिष्यसि रक्षिष्यथ:रक्षिष्यथ 

रक्षिष्यामि रक्षिष्याव:रक्षिष्याम:


ष्ठा गतिनिवृत्तौ , तिष्ठति - बैठता है ।

स्थास्यति स्थास्यत:स्थास्यन्ति 

स्थास्यसि स्थास्यथ:स्थास्यथ

स्थास्यामि स्थास्याव:स्थास्याम:


स्मृड्॰ अध्ययने , स्मरति - याद करता है । 

स्मरिष्यति स्मरिष्यत:स्मरिष्यन्ति 

 स्मरिष्यसि स्मरिष्यथ:स्मरिष्यथ

स्मरिष्यामि स्मरिष्याव:स्मरिष्याम:


पा पाने पिबति - पीता है ।

पास्यति पास्यत:पास्यन्ति 

पास्यसि पास्यथ:पास्यथ

पास्यामि पास्याव:पास्याम:

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इकारान्त पुलिंग " पति " शब्द के रूप 

 पति: पती   पतय: 

  पतिम् पती पतीन् 

  पत्या पतिभ्याम् पतिभि: 

 पत्ये पतिभ्याम् पतिभ्य: 

पत्यु: पतिभ्याम् पतिभ्य: 

  पत्यु: पत्यो: पतीनाम् 

  पत्यौ  पत्यो: पतिषु 

 हे पते! हे पती ! हे पतय:

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इकारान्त नपुंसकलिंग " वारि " शब्द के रूप 

 वारि वारिणी वारीणि 

  वारि वारिणी वारीणि 

वारिणा वारिभ्याम् वारिभि: 

वारिणे वारिभ्याम् वारिभ्य:

वारिण: वारिभ्याम् वारिभ्य: 

वारिण: वारिणो: वारीणाम् 

वारिणि वारिणो: वारिषु 

        इसी प्रकार "शुचि " इत्यादि के रूप चलेंगें

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सर्वनाम पुलिंग " सर्व" शब्द के रूप 

   सर्व:  सर्वौ  सर्वे 

   सर्वम्  सर्वौ सर्वान् 

   सर्वेण सर्वाभ्याम् सर्वै:

   सर्वस्मै सर्वाभ्याम् सर्वेभ्य: 

  सर्वस्मात् सर्वाभ्याम् सर्वेभ्य:

सर्वस्य सर्वयो:सर्वेषाम् 

सर्वस्मिन् सर्वयो: सर्वेषु 


     नपुंसकलिंग सर्व शब्द 

सर्वम् सर्वे सर्वाणि 

सर्वम्  सर्वे सर्वाणि 

   शेष पुलिंगवत्

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स्त्रीलिंग "सर्व" शब्द के रूप 

    सर्वा सर्वे सर्वा: 

   सर्वाम् सर्वे सर्वा: 

    सर्वया  सर्वाभ्याम् सर्वाभि:

 सर्वस्यै सर्वाभ्याम् सर्वाभ्य: 

सर्वस्या: सर्वाभ्याम् सर्वाभ्य: 

सर्वस्या: सर्वयो: सर्वासाम् 

सर्वस्याम्  सर्वयो: सर्वासु

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[21:44, 01/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग "तद् "शब्द के रूप 

    स: तौ ते 

   तम् तौ तान् 

  तेन ताभ्याम् तै: 

  तस्मै ताभ्याम् तेभ्य: 

 तस्मात् ताभ्याम् तेभ्य:

   तस्य तयो: तेषाम् 

   तस्मिन् तयो: तेषु

[21:45, 01/01/2025] Shrutikirti Acharya: नपुंसकलिंग - 

     तत् ते तानि 

    तत् ते तानि 

     शेष पुलिंगवत्

[21:47, 01/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्रीलिंग -

    सा ते ता: 

   ताम् ते ता: 

 तया ताभ्याम् ताभि:

तस्यै ताभ्याम् ताभ्य:

तस्या: ताभ्याम् ताभ्य:

तस्या: तयो: तासाम् 

तस्याम् तयो: तासु

[21:50, 01/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग "किम् " शब्द के रूप 

     क: कौ के 

कम् कौ कान् 

केन काभ्याम् कै: 

कस्मै काभ्याम् केभ्य:

कस्मात्  काभ्याम् केभ्य: कस्य कयो: केषाम् 

कस्मिन् कयो: केषु

 नपुंसकलिंग -

    किम् के कानि 

   किम् के कानि 

       शेष पुलिंगवत्

 स्त्रीलिंग - 

 ‌ का के का: 

 काम् के का: 

कया काभ्याम् काभि:

कस्यै काभ्याम् काभ्य:

कस्या: काभ्याम् काभ्य:       कस्या: कयो: कासाम् 

कस्याम् कयो: कासु

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[12:16, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग "यत् " शब्द 

  य: यौ ये 

  यम् यौ यान् 

  येन याभ्याम् यै: 

  यस्मै याभ्याम् येभ्य: 

  यस्मात् याभ्याम् येभ्य:

  यस्य ययो: येषाम् 

   यस्मिन् ययो: येषु

[12:17, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: नपुंसकलिंग -

    यत् ये यानि 

    यत् ये यानि 

       शेष पुलिंगवत्

[12:19, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्रीलिंग -

      या ये या: 

    याम् ये या:

   यया याभ्याम् याभि: 

   यस्यै याभ्याम् याभ्य: 

    यस्या: याभ्याम् याभ्य:

 यस्या: ययो: यासाम् 

 यस्याम् ययो: यासु

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[12:22, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग "एतत् "शब्द 

    एष: एतौ एते 

   एतम् एतौ एतान् 

 एतेन एताभ्याम् एतै:

 एतस्मै एताभ्याम् एतेभ्य:

एतस्मात् एताभ्याम् एतेभ्य:

एतस्य एतयो: एतेषाम् 

एतस्मिन् एतयो: एतेषु

[12:23, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: नपुंसकलिंग -

    एतत् एते एतानि 

     एतत् एते एतानि 

         शेष पुलिंगवत्

[12:25, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्रीलिंग -

     एषा एते एता: 

   एताम् एते एता: 

    एतया एताभ्याम् एताभि:

   एतस्यै एताभ्याम् एताभ्य: 

एतस्या: एताभ्याम् एताभ्य: 

 एतस्या: एतयो: एतासाम् 

एतस्याम् एतयो: एतासु

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[12:28, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग " इदम् " शब्द 

      अयम्  इमौ  इमे 

    इमम् इमौ इमान् 

    अनेन  आभ्याम्  एभि:

   अस्मै  आभ्याम्  एभ्य: 

    अस्मात् आभ्याम् एभ्य: 

अस्य अनयो: एषाम् 

अस्मिन् अनयो: एषु

[12:29, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: नपुंसकलिंग -

      इदम् इमे इमानि 

     इदम् इमे इमानि 

  ‌ शेष पुलिंगवत्

[12:32, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्रीलिंग - 

     ‌इयम् इमे इमा: 

   ‌‌इमाम् इमे इमा: 

   अनया आभ्याम् आभि: 

 अस्यै  आभ्याम् आभ्य: 

  अस्या: आभ्याम् आभ्य:

अस्या: अनयो: आसाम् 

 अस्याम् अनयो: आसु

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[12:38, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: अलिंग  "युष्मद्" शब्द 

     त्वम्  युवाम् यूयम् 

    त्वाम्  युवाम् युष्मान् 

  त्वया  युवाभ्याम् युष्माभि:

 तुभ्यम् युवाभ्याम् युष्मभ्यम् 

त्वत्  युवाभ्याम् युष्मत् 

तव  युवयो: युष्माकम् 

त्वयि युवयो: यष्मासु

[12:42, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: अलिंग "अस्मद्" शब्द 

      अहम् आवाम् वयम् 

       माम् आवाम् अस्मान् 

   मया आवाभ्याम्अस्माभि:

  मह्यम् आवाभ्याम् अस्मभ्यम्

मत्  आवाभ्याम् अस्मत्

मम आवयो: अस्माकम् 

मयि आवयो: अस्मासु

[12:46, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग "भवान् " शब्द  

     भवान्  भवन्तौ भवन्त: 

     भवन्तम् भवन्तौ भवत: 

     भवता भवद्भ्याम् भवद्भि: 

  भवते भवद्भ्याम् भवद्भ्य:

भवत: भवद्भ्याम् भवद्भ्य: 

 भवत: भवतो: भवताम् 

भवति भवतो: भवत्सु

[12:49, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्रीलिंग --

    भवती भवत्यौ भवत्य:

  भवतीम् भवत्यौ भवती: 

  भवत्या भवतीभ्याम् भवतीभि:

 भवत्यै भवतीभ्याम् भवतीभ्य: 

  भवत्या: भवतीभ्याम् भवतीभ्य: 

भवत्या: भवत्यो: भवतीनाम् 

भवत्याम् भवत्यो: भवतीषु

[12:54, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग " अदस् " शब्द 

    असौ अमू अमी 

अमुम् अमू अमून् 

अमुना अमूभ्याम् अमीभि:

अमुष्मै अमूभ्याम् अमीभ्य:

अमुष्मात् अमूभ्याम् अमीभ्य: 

  अमुष्य अमुयो: अमीषाम् 

 अमुष्मिन् अमुयो: अमीषु

[12:55, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: नपुंसकलिंग -

     अद: अमू अमूनि 

   अद: अमू अमूनि 

    शेष पुलिंगवत्

[12:57, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्रीलिंग - 

    असौ अमू अमू:

   अमुम् अमू अमू:

   अमुया अमूभ्याम् अमूभि:

अमुष्यै अमूभ्याम् अमूभ्य:

अमुष्या: अमूभ्याम् अमूभ्य:

अमुष्या: अमुयो: अमूषाम् 

अमुष्याम् अमुयो: अमूषु

[13:01, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग "एक" शब्द 

   एक: एकौ एके 

  एकम् एकौ एकान् 

 एकेन एकाभ्याम् एकै: 

एकस्मै एकाभ्याम् एकेभ्य: 

एकस्मात् एकाभ्याम् एकेभ्य:

एकस्य एकयो: एकेषाम् 

एकस्मिन् एकयो: एकेषु

[13:02, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: नपुंसकलिंग - 

       एकम् एके एकानि

       एकम् एके एकानि 

     शेष पुलिंगवत्

[13:05, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्रीलिंग -

     एका एके एका: 

एकाम् एके एका: 

एकया एकाभ्याम् एकाभि: 

एकस्यै एकाभ्याम् एकाभ्य: 

एकस्या: एकाभ्याम् एकाभ्य: 

एकस्या: एकयो: एकासाम् 

एकस्याम् एकयो: एकासु

[13:07, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग द्वि शब्द 

       द्वौ 

      द्वौ 

 द्वाभ्याम् 

द्वाभ्याम् 

द्वाभ्याम् 

  द्वयो:

द्वयो:

[13:07, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: नपुंसकलिंग - 

     द्वे 

 द्वे 

  शेष पुलिंगवत्

[13:08, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्रीलिंग - 

    ‌‌द्वे 

द्वे 

   शेष पुलिंगवत्

[13:11, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग "त्रि " शब्द 

      त्रय:

त्रीन् 

त्रिभि:

त्रिभ्य:

त्रिभ्य:

त्रयाणाम् 

त्रिषु

[13:11, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: नपुंसकलिंग -

    त्रीणि 

 त्रीणि 

    शेष पुलिंगवत्

[13:13, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्रीलिंग - 

    तिस्र: 

 तिस्र:

तिसृभि:

तिसृभ्य:

तिसृभ्य:

तिसृणाम् 

तिसृषु

[13:15, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग " चतुर् " शब्द 

     चत्वार:

    चतुर:

चतुर्भि:

चतुर्भ्य:

चतुर्भ्य:

चतुर्णाम् 

चतुर्षु

[13:16, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: नपुंसकलिंग - 

    चत्वारि 

चत्वारि 

शेष पुलिंगवत्

[13:17, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्रीलिंग - 

    चतस्र:

चतस्र:

चतसृभि:

चतसृभ्य:

चतसृभ्य:

चतसृणाम् 

चतसृषु

[13:19, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: "पञ्च "शब्द 

    पञ्च 

पञ्च

   पञ्चभि:

पञ्चभ्य:

पञ्चभ्य:

पञ्चानाम् 

पञ्चसु

[13:20, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: "षट्" शब्द 

     षट् 

षट् 

 षड्भि:

षड्भ्य:

षड्भ्य:

षण्णाम् 

षट्सु

[13:21, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: " सप्त" शब्द 

  सप्त 

सप्त 

 सप्तभि:

 सप्तभ्य:

 सप्तभ्य:

सप्तानाम् 

सप्तसु

[13:23, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: " अष्ट" शब्द 

     अष्ट 

अष्ट 

अष्टभि:

अष्टभ्य:

अष्टभ्य:

अष्टानाम् 

अष्टसु

[13:25, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: अष्टौ 

अष्टौ 

अष्टाभि: 

अष्टाभ्य:

अष्टाभ्य:

अष्टानाम् 

अष्टासु

[13:26, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: "नवन् " शब्द 

     नव 

नव 

नवभि:

नवभ्य:

नवभ्य:

नवानाम् 

नवसु

[13:27, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: "दशन् " शब्द

    दश 

दश 

दशभि:

दशभ्य:

दशभ्य:

दशानाम्

दशसु

[13:30, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग "कति " शब्द 

       कति 

कति 

कतिभि:

कतिभ्य:

कतिभ्य:

कतीनाम् 

कतिषु

[13:33, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: द्विवचनान्त "उभ" शब्द 

     उभौ 

उभौ 

 उभाभ्याम् 

उभाभ्याम्

उभाभ्याम् 

उभयो:

उभयो:

[13:41, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: अस भुवि "अस्ति" 

    ‌ लट् 

अस्त स्त: सन्ति

असि स्थ: स्थ

अस्मि स्व: स्म:

       लोट् 

अस्तु स्ताम् सन्तु 

एधि स्तम् स्त

असानि असाव असाम 

     लड्॰

आसीत् आस्ताम् आसन् 

आसी: आस्तम् आस्त 

आसम् आस्व आस्म 

   विधिलिड्॰

स्यात्  स्याताम् स्यु:

स्या: स्यातम् स्यात 

स्याम् स्याव स्याम 

        लृट् 

भविष्यति भविष्यत:भविष्यन्ति

भविष्यसि भविष्यथ: भविष्यथ 

भविष्यामि भविष्याव:भविष्याम:

[13:47, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: भू सत्तायाम् " भवति" होता है । 

      लट् 

भवति भवत: भवन्ति 

भवसि भवथ: भवथ 

भवामि भवाव: भवाम:

       लोट् 

भवतु  भवताम् भवन्तु 

भव  भवतम् भवत 

भवानि भवाव भवाम

      लड्॰

   अभवत् अभवताम् अभवन् 

अभव: अभवतम् अभवत 

अभवम् अभवाव अभवाम 

        विधिलिड्॰

   भवेत् भवेताम् भवेयु:

भवे: भवेतम् भवेत 

भवेयम् भवेव भवेम 

      लृट् 

भविष्यति भविष्यत: भविष्यन्ति

भविष्यसि भविष्यथ: भविष्यथ 

भविष्यामि भविष्याव: भविष्याम:

[13:56, 04/01/2025] Shrutikirti Acharya: डुदाञ् दाने ददाति - देता है 

       लट् 

ददाति दत्त: ददति 

ददासि दत्थ: दत्थ 

ददामि दद्व: दद्म:

     लोट्

  ददातु दत्ताम् ददतु 

 देहि दत्तम् दत्त 

ददानि ददाव ददाम 

        लड्॰

   अददत् अदत्ताम् अददु: 

अददा: अदत्तम् अदत्त 

अददाम् अदद्व अदद्म 

      विधिलिड्॰

 दद्यात् दद्याताम् दद्यु:

दद्या: दद्यातम् दद्यात 

दद्याम् दद्याव दद्याम 

      लृट् 

दास्यति दास्यत: दास्यन्ति 

दास्यसि दास्यथ: दास्यथ 

दास्यामि दास्याव: दास्याम:

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[13:40, 08/01/2025] Shrutikirti Acharya: विद्वस् (विद्वान् )  शब्द के रूप 


  विद्वान् विद्वांसौ विद्वांस:

  विद्वांसं विद्वांसौ विदुष: 

   विदुषा विद्वद्भ्याम् विद्वद्भि:

   विदुषे विद्वद्भ्याम् विद्वद्भ्य:

विदुष: विद्वद्भ्याम् विद्वद्भ्य:

विदुष: विदुषो: विदुषाम् 

विदुषि विदुषो: विद्वत्सु 

हे विद्वान् हे विद्वांसौ हे विद्वांस:

[14:55, 10/01/2025] Shrutikirti Acharya: इकारान्त पुलिंग "सखि" शब्द 

   सखा सखायौ सखाय: 

   सखायम् सखायौ सखीन् 

सख्या सखिभ्याम् सखिभि:

सख्ये सखिभ्याम् सखिभ्य:

सख्यु: सखिभ्याम् सखिभ्य:

सख्यु: सख्यो: सखीनाम् 

सख्यौ  सख्यो: सखिषु 

  हे सखे!  हे सखायौ हे सखाय:

[14:55, 10/01/2025] Shrutikirti Acharya: 👆👆इस रूप को वारि के बाद लिख लीजिए 🙏🏻🙏🏻

[15:11, 10/01/2025] Shrutikirti Acharya: इकारान्त नपुंसकलिंग "दधि" शब्द 

   दधि दधिनी दधीनि 

दधि दधिनी दधीनि 

दध्ना दधिभ्याम् दधिभि:

दध्ने दधिभ्याम् दधिभ्य:

दध्न: दधिभ्याम् दधिभ्य: 

दध्न: दध्नो: दध्नाम् 

दध्नि , दधनि  दध्नो: दधिषु 

       इसी प्रकार - अस्थि, सक्थि , अक्षि इत्यादि के रूप चलेंगें ।

[15:18, 10/01/2025] Shrutikirti Acharya: इकारान्त स्त्रीलिंग "वेदि" शब्द 

  वेदि: वेदी वेदय:

 वेदिम् वेदी वेदी: 

 वेद्या वेदिभ्याम् वेदिभि:

  वेद्यै , वेदये वेदिभ्याम् वेदिभ्य:

  वेद्या:, वेदे: वेदिभ्याम् वेदिभ्य:

वेद्या:, वेदे: वेद्यो: वेदीनाम् 

वेद्याम् , वेदौ वेद्यो: वेदिषु 

  हे वेदे! हे वेदी ! हे वेदय: 

       इसी प्रकार - श्रुति, स्मृति, मति, बुद्धि, धृति, रुचि, भूमि, धूलि, वापि, कृति, हानि इत्यादि के रूप चलेंगें ।

[20:47, 14/01/2025] Shrutikirti Acharya: अजन्त प्रकरण के अन्तर्गत जो रूप लिखे गये हैं अब तक -  पुरुष,धन, कन्या, अग्नि, पति,वारि,सखि,दधि तथा वेदि । 

      कृपया इन रूपों को अजन्त प्रकरण में ही लिखें ।

[14:54, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: अथ सर्वनाम प्रकरणम् -

[14:55, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: सर्वनाम पुलिंग " सर्व" शब्द के रूप 

   सर्व:  सर्वौ  सर्वे 

   सर्वम्  सर्वौ सर्वान् 

   सर्वेण सर्वाभ्याम् सर्वै:

   सर्वस्मै सर्वाभ्याम् सर्वेभ्य: 

  सर्वस्मात् सर्वाभ्याम् सर्वेभ्य:

सर्वस्य सर्वयो:सर्वेषाम् 

सर्वस्मिन् सर्वयो: सर्वेषु 


     नपुंसकलिंग सर्व शब्द 

सर्वम् सर्वे सर्वाणि 

सर्वम्  सर्वे सर्वाणि 

   शेष पुलिंगवत्

[14:56, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्रीलिंग "सर्व" शब्द के रूप 

    सर्वा सर्वे सर्वा: 

   सर्वाम् सर्वे सर्वा: 

    सर्वया  सर्वाभ्याम् सर्वाभि:

 सर्वस्यै सर्वाभ्याम् सर्वाभ्य: 

सर्वस्या: सर्वाभ्याम् सर्वाभ्य: 

सर्वस्या: सर्वयो: सर्वासाम् 

सर्वस्याम्  सर्वयो: सर्वासु

[14:56, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग "तद् "शब्द के रूप 

    स: तौ ते 

   तम् तौ तान् 

  तेन ताभ्याम् तै: 

  तस्मै ताभ्याम् तेभ्य: 

 तस्मात् ताभ्याम् तेभ्य:

   तस्य तयो: तेषाम् 

   तस्मिन् तयो: तेषु

[14:56, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: नपुंसकलिंग - 

     तत् ते तानि 

    तत् ते तानि 

     शेष पुलिंगवत्

[14:56, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्रीलिंग -

    सा ते ता: 

   ताम् ते ता: 

 तया ताभ्याम् ताभि:

तस्यै ताभ्याम् ताभ्य:

तस्या: ताभ्याम् ताभ्य:

तस्या: तयो: तासाम् 

तस्याम् तयो: तासु

[14:56, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग "किम् " शब्द के रूप 

     क: कौ के 

कम् कौ कान् 

केन काभ्याम् कै: 

कस्मै काभ्याम् केभ्य:

कस्मात्  काभ्याम् केभ्य: कस्य कयो: केषाम् 

कस्मिन् कयो: केषु

[14:56, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: नपुंसकलिंग -

    किम् के कानि 

   किम् के कानि 

       शेष पुलिंगवत्

[14:57, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्रीलिंग - 

 ‌ का के का: 

 काम् के का: 

कया काभ्याम् काभि:

कस्यै काभ्याम् काभ्य:

कस्या: काभ्याम् काभ्य:       कस्या: कयो: कासाम् 

कस्याम् कयो: कासु

[14:57, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग "यत् " शब्द 

  य: यौ ये 

  यम् यौ यान् 

  येन याभ्याम् यै: 

  यस्मै याभ्याम् येभ्य: 

  यस्मात् याभ्याम् येभ्य:

  यस्य ययो: येषाम् 

   यस्मिन् ययो: येषु

[14:57, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: नपुंसकलिंग -

    यत् ये यानि 

    यत् ये यानि 

       शेष पुलिंगवत्

[14:57, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्रीलिंग -

      या ये या: 

    याम् ये या:

   यया याभ्याम् याभि: 

   यस्यै याभ्याम् याभ्य: 

    यस्या: याभ्याम् याभ्य:

 यस्या: ययो: यासाम् 

 यस्याम् ययो: यासु

[14:57, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग "एतत् "शब्द 

    एष: एतौ एते 

   एतम् एतौ एतान् 

 एतेन एताभ्याम् एतै:

 एतस्मै एताभ्याम् एतेभ्य:

एतस्मात् एताभ्याम् एतेभ्य:

एतस्य एतयो: एतेषाम् 

एतस्मिन् एतयो: एतेषु

[14:58, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: नपुंसकलिंग -

    एतत् एते एतानि 

     एतत् एते एतानि 

         शेष पुलिंगवत्

[14:58, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्रीलिंग -

     एषा एते एता: 

   एताम् एते एता: 

    एतया एताभ्याम् एताभि:

   एतस्यै एताभ्याम् एताभ्य: 

एतस्या: एताभ्याम् एताभ्य: 

 एतस्या: एतयो: एतासाम् 

एतस्याम् एतयो: एतासु

[14:58, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग " इदम् " शब्द 

      अयम्  इमौ  इमे 

    इमम् इमौ इमान् 

    अनेन  आभ्याम्  एभि:

   अस्मै  आभ्याम्  एभ्य: 

    अस्मात् आभ्याम् एभ्य: 

अस्य अनयो: एषाम् 

अस्मिन् अनयो: एषु

[14:58, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: नपुंसकलिंग -

      इदम् इमे इमानि 

     इदम् इमे इमानि 

  ‌ शेष पुलिंगवत्

[14:58, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्रीलिंग - 

     ‌इयम् इमे इमा: 

   ‌‌इमाम् इमे इमा: 

   अनया आभ्याम् आभि: 

 अस्यै  आभ्याम् आभ्य: 

  अस्या: आभ्याम् आभ्य:

अस्या: अनयो: आसाम् 

 अस्याम् अनयो: आसु

[14:58, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: अलिंग  "युष्मद्" शब्द 

     त्वम्  युवाम् यूयम् 

    त्वाम्  युवाम् युष्मान् 

  त्वया  युवाभ्याम् युष्माभि:

 तुभ्यम् युवाभ्याम् युष्मभ्यम् 

त्वत्  युवाभ्याम् युष्मत् 

तव  युवयो: युष्माकम् 

त्वयि युवयो: यष्मासु

[14:58, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: अलिंग "अस्मद्" शब्द 

      अहम् आवाम् वयम् 

       माम् आवाम् अस्मान् 

   मया आवाभ्याम्अस्माभि:

  मह्यम् आवाभ्याम् अस्मभ्यम्

मत्  आवाभ्याम् अस्मत्

मम आवयो: अस्माकम् 

मयि आवयो: अस्मासु

[14:58, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग "भवान् " शब्द  

     भवान्  भवन्तौ भवन्त: 

     भवन्तम् भवन्तौ भवत: 

     भवता भवद्भ्याम् भवद्भि: 

  भवते भवद्भ्याम् भवद्भ्य:

भवत: भवद्भ्याम् भवद्भ्य: 

 भवत: भवतो: भवताम् 

भवति भवतो: भवत्सु

[14:58, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्रीलिंग --

    भवती भवत्यौ भवत्य:

  भवतीम् भवत्यौ भवती: 

  भवत्या भवतीभ्याम् भवतीभि:

 भवत्यै भवतीभ्याम् भवतीभ्य: 

  भवत्या: भवतीभ्याम् भवतीभ्य: 

भवत्या: भवत्यो: भवतीनाम् 

भवत्याम् भवत्यो: भवतीषु

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग " अदस् " शब्द 

    असौ अमू अमी 

अमुम् अमू अमून् 

अमुना अमूभ्याम् अमीभि:

अमुष्मै अमूभ्याम् अमीभ्य:

अमुष्मात् अमूभ्याम् अमीभ्य: 

  अमुष्य अमुयो: अमीषाम् 

 अमुष्मिन् अमुयो: अमीषु

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: नपुंसकलिंग -

     अद: अमू अमूनि 

   अद: अमू अमूनि 

    शेष पुलिंगवत्

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्रीलिंग - 

    असौ अमू अमू:

   अमुम् अमू अमू:

   अमुया अमूभ्याम् अमूभि:

अमुष्यै अमूभ्याम् अमूभ्य:

अमुष्या: अमूभ्याम् अमूभ्य:

अमुष्या: अमुयो: अमूषाम् 

अमुष्याम् अमुयो: अमूषु

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग "एक" शब्द 

   एक: एकौ एके 

  एकम् एकौ एकान् 

 एकेन एकाभ्याम् एकै: 

एकस्मै एकाभ्याम् एकेभ्य: 

एकस्मात् एकाभ्याम् एकेभ्य:

एकस्य एकयो: एकेषाम् 

एकस्मिन् एकयो: एकेषु

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: नपुंसकलिंग - 

       एकम् एके एकानि

       एकम् एके एकानि 

     शेष पुलिंगवत्

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्रीलिंग -

     एका एके एका: 

एकाम् एके एका: 

एकया एकाभ्याम् एकाभि: 

एकस्यै एकाभ्याम् एकाभ्य: 

एकस्या: एकाभ्याम् एकाभ्य: 

एकस्या: एकयो: एकासाम् 

एकस्याम् एकयो: एकासु

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग द्वि शब्द 

       द्वौ 

      द्वौ 

 द्वाभ्याम् 

द्वाभ्याम् 

द्वाभ्याम् 

  द्वयो:

द्वयो:

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: नपुंसकलिंग - 

     द्वे 

 द्वे 

  शेष पुलिंगवत्

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्रीलिंग - 

    ‌‌द्वे 

द्वे 

   शेष पुलिंगवत्

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग "त्रि " शब्द 

      त्रय:

त्रीन् 

त्रिभि:

त्रिभ्य:

त्रिभ्य:

त्रयाणाम् 

त्रिषु

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: नपुंसकलिंग -

    त्रीणि 

 त्रीणि 

    शेष पुलिंगवत्

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्रीलिंग - 

    तिस्र: 

 तिस्र:

तिसृभि:

तिसृभ्य:

तिसृभ्य:

तिसृणाम् 

तिसृषु

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग " चतुर् " शब्द 

     चत्वार:

    चतुर:

चतुर्भि:

चतुर्भ्य:

चतुर्भ्य:

चतुर्णाम् 

चतुर्षु

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: नपुंसकलिंग - 

    चत्वारि 

चत्वारि 

शेष पुलिंगवत्

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्रीलिंग - 

    चतस्र:

चतस्र:

चतसृभि:

चतसृभ्य:

चतसृभ्य:

चतसृणाम् 

चतसृषु

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: "पञ्च "शब्द 

    पञ्च 

पञ्च

   पञ्चभि:

पञ्चभ्य:

पञ्चभ्य:

पञ्चानाम् 

पञ्चसु

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: "षट्" शब्द 

     षट् 

षट् 

 षड्भि:

षड्भ्य:

षड्भ्य:

षण्णाम् 

षट्सु

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: " सप्त" शब्द 

  सप्त 

सप्त 

 सप्तभि:

 सप्तभ्य:

 सप्तभ्य:

सप्तानाम् 

सप्तसु

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: " अष्ट" शब्द 

     अष्ट 

अष्ट 

अष्टभि:

अष्टभ्य:

अष्टभ्य:

अष्टानाम् 

अष्टसु

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: अष्टौ 

अष्टौ 

अष्टाभि: 

अष्टाभ्य:

अष्टाभ्य:

अष्टानाम् 

अष्टासु

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: "नवन् " शब्द 

     नव 

नव 

नवभि:

नवभ्य:

नवभ्य:

नवानाम् 

नवसु

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: "दशन् " शब्द

    दश 

दश 

दशभि:

दशभ्य:

दशभ्य:

दशानाम्

दशसु

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: पुलिंग "कति " शब्द 

       कति 

कति 

कतिभि:

कतिभ्य:

कतिभ्य:

कतीनाम् 

कतिषु

[14:59, 15/01/2025] Shrutikirti Acharya: द्विवचनान्त "उभ" शब्द 

     उभौ 

उभौ 

 उभाभ्याम् 

उभाभ्याम्

उभाभ्याम् 

उभयो:

उभयो:

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[16:07, 18/01/2025] Shrutikirti Acharya: ईकारान्त पुलिंग "सेनानी " शब्द के रूप 

  सेनानी: सेनान्यौ सेनान्य:

 सेनान्यम् सेनान्यौ सेनान्य: 

  सेनान्या सेनानीभ्याम् सेनानीभि:

सेनान्ये सेनानिभ्याम् सेनानीभ्य:

सेनान्य: सेनानीभ्याम् सेनानीभ्य: 

सेनान्य: सेनान्यो: सेनान्याम् 

सेनान्याम् सेनान्यो: सेनानीषु 

 हे सेनानी: हे सेनान्यौ हे सेनान्य:

[16:13, 18/01/2025] Shrutikirti Acharya: ईकारान्त स्त्रीलिंग " कुमारी" शब्द 

कुमारी कुमार्यौ कुमार्य:

कुमारीम् कुमार्यौ कुमारी: 

कुमार्या कुमारीभ्याम् कुमारीभि:

कुमार्यै कुमारीभ्याम् कुमारीभ्य:

कुमार्या: कुमारीभ्याम् कुमारीभ्य:

कुमार्या: कुमार्यो: कुमारीणाम् 

कुमार्याम् कुमार्यो: कुमारीषु 

हे कुमारी ! हे कुमार्यौ हे कुमार्य:

        इसी प्रकार - नदी , सरस्वती, ब्राह्मणी, आसुरी, किशोरी, आदि के रूप चलेंगें

[16:18, 18/01/2025] Shrutikirti Acharya: ईकारान्त पुलिंग " सुधी" शब्द के रूप 

सुधी: सुधियौ सुधिय:

  सुधियम् सुधियौ सुधिय: सुधिया सुधीभ्याम् सुधीभि:

सुधिये सुधीभ्याम् सुधीभ्य:

सुधिय: सुधीभ्याम् सुधीभ्य:

सुधिय: सुधियो: सुधियाम् 

सुधियि सुधियो: सुधीषु 

  हे सुधी: ! हे सुधियौ! हे सुधिय:!

[16:18, 18/01/2025] Shrutikirti Acharya: ईकारान्त स्त्रीलिंग " स्त्री" शब्द

[16:22, 18/01/2025] Shrutikirti Acharya: स्त्री: स्त्रियौ स्त्रिय:

स्त्रियम् स्त्रियौ स्त्री: 

स्त्रिया स्त्रीभ्याम् स्त्रीभि:

स्त्रियै स्त्रीभ्याम् स्त्रीभ्य:

स्त्रिया: स्त्रीभ्याम् स्त्रीभ्य:

स्त्रिया: स्त्रियो: स्त्रीणाम् 

स्त्रियाम् स्त्रियो: स्त्रीषु 

  हे स्त्री! हे स्त्रियौ ! हे स्त्रिय:

        इसी प्रकार - लक्ष्मी आदि के रूप चलेंगें

[16:26, 18/01/2025] Shrutikirti Acharya: ईकारान्त स्त्रीलिंग "श्री" शब्द 

  श्री: श्रियौ श्रिय:

श्रियम् श्रियौ श्रिय: 

श्रिया श्रीभ्याम् श्रीभि:

श्रियै श्रीभ्याम् श्रीभ्य:

श्रिया: श्रीभ्याम् श्रीभ्य: 

श्रिया: श्रियो: श्रीणाम् 

श्रियाम् श्रियो: श्रीषु 

हे श्री:! हे श्रियौ ! हे श्रिय:

[16:33, 18/01/2025] Shrutikirti Acharya: उकारान्त पुलिंग " वायु" शब्द के रूप 

वाय: वायू वायव: 

वायुम् वायू वायून् 

वायुना वायुभ्याम् वायुभि:

वायवे वायुभ्याम् वयुभ्य:

वायो: वायुभ्याम् वायुभ्य:

वायो: वाय्वो: वायूनाम् 

वायौ वाय्वो: वायुषु 

हे वायो! हे वायू ! हे वायव:!

[16:38, 18/01/2025] Shrutikirti Acharya: उकारान्त नपुंसकलिंग " वस्तु" शब्द 

वस्तु वस्तुनी वस्तूनि 

वस्तु वस्तुनी वस्तूनि 

वस्तुना वस्तुभ्याम् वस्तुभि: 

वस्तुने वस्तुभ्याम् वस्तुभ्य:

वस्तुन: वस्तुभ्याम् वस्तुभ्य:

वस्तुन: वस्तुनो: वस्तूनाम् 

वस्तुनि वस्तुनो: वस्तुषु

[16:43, 18/01/2025] Shrutikirti Acharya: उकारान्त स्त्रीलिंग "धेनु" शब्द 

धेनु: धेनू धेनव: 

धेनुम् धेनू धेनून् 

धेन्वा धेनुभ्याम् धेनुभि: 

धेन्वै धेनुभ्याम् धेनुभ्य:

धेन्वा: धेनुभ्याम् धेनुभ्य:

धेन्वा: धेन्वो: धेनूनाम् 

 धेन्वाम् धेन्वो: धेनुषु 

 हे धेनो! हे धेनू! हे धेनव:!

[16:49, 18/01/2025] Shrutikirti Acharya: ऊकारान्त पुलिंग " परिभू" शब्द 

परिभू: परिभुवौ परिभुव: 

परिभुवम् परिभुवौ परिभुव: 

परिभुवा परिभूभ्याम् परिभूभि: 

परिभुवे परिभूभ्याम् परिभूभ्य: 

परिभुव: परिभूभ्याम् परिभूभ्य:

परिभुव: परिभुवो: परिभुवाम् 

परिभुवि परिभुवो: परिभूषु 

हे परिभू:! हे परिभुवौ! हे परिभुव: !

[16:55, 18/01/2025] Shrutikirti Acharya: ऊकारान्त पुलिंग " वर्षाभू" शब्द 

वर्षाभू: वर्षाभ्वौ वर्षाभ्व:

वर्षाभ्वम् वर्षाभ्वौ वर्षाभ्व: 

वर्षाभ्वा वर्षाभूभ्याम् वर्षाभूभि:

वर्षाभ्वे वर्षाभूभ्याम् वर्षाभूभ्य:

वर्षाभ्व: वर्षाभूभ्याम् वर्षाभूभ्य:

वर्षाभ्व: वर्षाभ्वो: वर्षाभ्वाम् 

वर्षाभ्वि वर्षाभ्वो: वर्षाभूषु 

हे वर्षाभू: !हे वर्षाभ्वौ !हे वर्षाभ्व:!

[17:04, 18/01/2025] Shrutikirti Acharya: ऊकारान्त स्त्रीलिंग " ब्रह्मबन्धू" शब्द 

ब्रह्मबन्धू ब्रह्मबन्ध्वौ बह्मबन्ध्व:

ब्रह्मबन्धुम् ब्रह्मबन्ध्वौ ब्रह्मबन्धू:

ब्रह्मबन्ध्वा ब्रह्मबन्धूभ्याम् ब्रह्मबन्धूभि:

ब्रह्मबन्ध्वै ब्रह्मबन्धूभ्याम् ब्रह्मबन्धूभ्य:

ब्रह्मन्ध्वा: ब्रह्मबन्धूभ्याम् ब्रह्मबन्धूभ्य:

ब्रह्मबन्ध्वा: ब्रह्मबन्ध्वो: ब्रह्मबन्धूनाम् 

ब्रह्मबन्ध्वाम् ब्रह्मबन्ध्वो: ब्रह्मबन्धुषु 

हे ब्रह्मबन्धू:!  हे ब्रह्मबन्ध्वौ ! हे ब्रह्मबन्धव: 

        इसी प्रकार - वधू , श्मश्रू, कमण्डलू आदि शब्दों के रूप चलेंगें।

[17:11, 18/01/2025] Shrutikirti Acharya: ऋकारान्त पुलिंग " पितृ" शब्द के रूप 

पिता पितरौ पितर: 

पितरम् पितरौ पितृॣन् 

पित्रा पितृभ्याम् पितृभि: 

पित्रे पितृभ्याम् पितृभ्य: 

पितु: पितृभ्याम् पितृभ्य: 

पितु: पित्रो: पितृॣणाम् 

पितरि पित्रो: पितृषु 

हे पित:! हे पितरौ ! हे पितर: 

     इसी प्रकार - भ्रातृ , जामातृ आदि के रूप चलेंगें

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डुकृञ् करणे - करोति - करता है । 

        लट् 

करोति कुरुत: कुर्वन्ति 

करोषि कुरुथ:कुरुथ 

करोमि कुर्व: कुर्म:

       लोट् 

करोतु कुरुताम् कुर्वन्तु 

कुरु कुरुतम् कुरुत 

करवाणि करवाव करवाम 

      लड्॰

  अकरोत् अकुरुताम् अकुर्वन् 

अकरो: अकुरुतम् अकुरुत 

अकरवम् अकुर्व अकुर्म 

      विधिलिड्॰

कुर्यात् कुर्याताम् कुर्यु:

कुर्या: कुर्यातम् कुर्यात 

कुर्याम् कुर्याव कुर्याम 

        लृट् 

करिष्यति करिष्यत: करिष्यन्ति 

करिष्यसि करिष्यथ:करिष्यथ 

करिष्यामि करिष्याव: करिष्याम:

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