Ady Endre
SZÍNHÁZBAN | ![]() | ![]() |
Nincs egy tűrhető szereplő,
Unalmas, rossz mind a hány,
Ha hiányzik páholyából
Az az édes, barna lány.
De ha ott van, oly elnéző,
Engedékeny, jó vagyok:
Kritikát a barna kislány
Szép szeméből olvasok.
हंगेरियन कवि Ady Endre की कविता SZÍNHÁZBAN
( थिएटर में ) हंगेरियन और हिंदी मैं
थिएटर में
बर्दाश्त करने लायक कोई किरदार नहीं
सब कुछ उबाऊ है, बिलकुल रद्दी ,
यदि वह अपने बॉक्स से गायब है
वही , वो दिलकश भूरी लड़की.
लेकिन जब वो होती है वहां , तो बहुत क्षमाशील
दयालु , कृपालु बन जाता हूँ मैं :
भूरी लड़की बन जाती हैं आलोचक
उसकी सुन्दर आँखों में पढता हूँ मैं
No comments:
Post a Comment