क्रिकेट
बचपन में खेला था क्रिकेट भी
होते थे बस हम तीन खिलाड़ी
मैं ,मेरे मामा और ममेरा भाई
एक बैट्समैन , एक बॉलर
और एक फील्डर
घर में ही खेला जाता था ये खेल
कुछ और बड़ा हुआ
तो कॉलोनी के लड़कों के साथ
खेला था कुछ दिन क्रिकेट का खेल
खेलता ज़रूर था
लेकिन नहीं थी उतनी दिलचस्पी
एक बार एक मैच के दौरान
मुझे बना दिया था टीम का कप्तान
उस दिन हुआ था मैं बहुत हैरान।
कवि - इन्दुकांत आंगिरस
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