Saturday, May 20, 2023

प्रेम प्रसंग - प्रीत पहले भी

  प्रीत पहले भी करता था मैं

आज  जैसा ना  रीता था  मैं 


गीत पहले भी लिखता था मैं 

आज जैसा ना बिकता था मैं 


ज़ख़्म  पहले भी सीता था मैं 

आज जैसा ना रिसता था मैं 


रंग पहले भी  भरता था मैं 

आज जैसा ना सस्ता  था मैं 


रोज़ पहले भी मरता था मैं 

आज जैसा ना मरता था मैं 


कवि - इन्दुकांत आंगिरस 

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