Wednesday, May 3, 2023

लघुकथा - पहलवान

 लघुकथा - पहलवान 


अध्यापक  ने स्कूल के बच्चे से पूछा - "अच्छा बेटा ये बताओ कि बड़े होकर आप क्या बनना चाहोगे ? " 


बच्चा सोचने लगा    - " मैं बड़े होकर ....क्या बनना चाहुँगा "


- "हाँ , मतलब , इंजीनियर , डॉक्टर , जज , आईएएस अधिकारी , अध्यापक या फौजी   ? "


- "मैं बड़े होकर पहलवान बनूँगा।" - बच्चे ने उछलते  हुए जवाब दिया।  


- "पहलवान , वो क्यों बेटा ? "अध्यापक ने अचकचा के पूछा।  



- "क्योंकि राजनीति के अखाड़े में भ्रष्ट  सरकार को एक पहलवान  ही गिरा सकता है।"


बच्चे का जवाब सुनकर अध्यापक ने पाठ्यक्रम की पुस्तक बंद कर दी। 


लेखक - इन्दुकांत आंगिरस 

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