बिलियर्ड्स
कम उम्र में ही पड़ गया था चस्का
बिलियर्ड्स और स्नूकर खेल का मुझको
खेल तो था रईसों का
लेकिन भा गया था मुझको ,
घंटो वसंत विहार क्लब में
खेलता था बिलियर्ड्स
नौकरी के दौरान भी
कई बार लंच टाइम में
कनॉट प्लेस में कई
प्रोफेशनल खिलाडियों के साथ भी
खेलता था अपना मनपसंद खेल
हज़ारो रूपये लुटा दिए
खेल खेल में
अभी कई सालों से नहीं खेला बिलियर्ड्स
लेकिन कैनन , रेड इन ऑफ , वाइट इन ऑफ
का लुत्फ़ आज भी दिल को मेरे
तरोताज़ा कर देता है।
कवि - इन्दुकांत आंगिरस
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