Tuesday, December 31, 2024

Sehyatri_Nepali _ 29

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हे मेरी सहयात्री!

टाढा को पहाड़ देखि बग्दै गरेको यो प्रेम नदी को मोड़ 

तिम्रो बाल को 

उलझन भन्दा कम छैन 

यि उलझन लाई 

सुलझाएं भने अगाड़ी बढूं,

तिमि लाई आफ्नो हृदय मा 

सधैंभरी को लागी 

बसाऊं त अगाड़ी बढूं,

प्रेम अग्नि मा आफ्नो मन लाई जलाऊं तब अगाड़ी बढूं,

हामी ले उतारि दियौं 

प्रेम नदी मा 

आफ्नो प्रेम कश्ती 

थाहा नै छैन 

बिना खिवैया यो कश्ती 

नदी को लहर हरु ले 

कहां लैजान्छ,

तर विश्वास छ 

यो अनजान सफ़र को 

नतिजा वास्तविक र सांचों हुनेछ;



आऊ प्रिय!

प्रेम को यो अनजान सफ़र को प्रेम कश्ती लाई बढाऔं 

प्रेम ले छलकिंदै गरेको प्रेम नदी मा आफ्नो रुह हरु लुटाऔं।

Sehyatri _ Nepali _ 28

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हे मेरी सहयात्री !

समुन्द्र को 

उठदो ढल्दो लहर हरु मा 

प्रतिध्वनित हुन्छ 

हाम्रो असीम प्रेम,

यस को उठने ज्वार मा 

कैयौं फेरी डुब्दै -उठ्दै गरेको छ 

हाम्रो प्रेम को कश्ती,

यस को लहर हरु मा 

कती पटक भिजेको छ 

हाम्रो प्रेम 

कती पटक त यस को पनि 

भिजाएको छ 

हाम्रो अनंत प्रेम ले,

हामी रोएका छौं कति पटक 

यस को प्रेम को अंचल मा

कति पटक यो पनि रोएको छ 

हाम्रो प्रेम पीड़ा देखि,

आकाश मा उड़ने 

पंछी लाई सोध 

प्रेम को पीड़ा,

के समुन्द्र आज 

त्यसै को लागी यती रोएको छ?


आऊ प्रिय!

यो एक्लो पंछी को पीड़ा मा हामी पनि रोऔं 

आफ्नो आफ्नो विरह को दाग प्रेम जल ले धोऔं

Monday, December 30, 2024

शहर और जंगल - नाव और चुनाव

 नाव और चुनाव 


चुनाव , 

या'नी चुनिए 

अपनी अपनी नाव 

यह वाहे गुरु की नाव है 

वह जीसस की नाव है 

इधर राम की नाव है 

उधर मोहम्मद की नाव है 

यह मालिकों की नाव है 

वह मज़दूरों की नाव है 

क्या कहा ?

इन नावों में नहीं बैठेंगे आप ?

तो फिर आपके लिए 

आरक्षित नाव भी है जनाब 

उसमे भी नहीं बैठेंगे  ?

क्या कहा ?

आपको हिन्दोस्तानी नाव चाहिए 

जो लगा सके आपको उस पार 

क्षमा करें ,

ऐसी नाव हमारे पास नहीं है 

उसका निर्माण अभी ज़ारी है 

सामग्री उपलब्ध नहीं है अभी 

कम है इंसानियत 

नहीं है स्नेह 

नहीं है प्यार 

कर सकते हैं

तो तब तक कीजिए इन्तिज़ार।   


कवि - इन्दुकांत आंगिरस

Sehyatri _ Nepali_27

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हे मेरी सहयात्री!

धरती देखी 

आकाश सम्म

फैलिएको 

हाम्रो अमर प्रेम को ऋचा हरु

अब घुल मिली गए

आकाश को प्रेम रंग हरु मा,

कैद भएका छन 

एक अर्को को आत्मा मा,

यो मिलन को 

साक्षी बने 

सुर्य र चंद्रमा पनि 

अब डुब्न लागेका छन 

यो अनंत प्रेम को नदी मा 

यो बग्दै गरेको प्रेम नदी मा 

हाम्रो कश्ती किन ठहरियो?

किन चलाउन थाले 

विपरीत दिशा मा पतवार 

किन सिमीत गर्यौं हामी ले 

आफ्नो आफ्नो भाग को प्यार 

आखिर किन?


आऊ प्रिय!

यो कश्ती को रुख लाई बग्दै गरेको नदी तर्फ मोडौं

हामी आफ्नो आफ्नो दुःख लाई यो नदी मा छोडौं।

Sehyatri_Nepali_26

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हे मेरी सहयात्री!

कती मिल्दो जुल्दो छन 

यो प्रेम वृक्ष का पात हरु 

हाम्रो माया ले भरिएका हृदय ले 

यि पात का आत्मा हरु मा 

धडकिन्छन हाम्रो मासूम 

प्रेम ले भरिएको हृदय,

यि बाट छानिएर आउंछन 

प्रेम को बास्ना 

यो जादू भरे वृक्ष को शाखा हरु 

आफ्नो जरा बाट ऊठेर 

 छुन लागेका छन चंद्रमा को 

जीवन र मृत्यु को 

घेरा लाई तोडेर 

उभ्रन लागेको छ आकाश मा,

समुन्द्री तुफान बाट उभ्रिएर 

तैरन लागेको छ अब 

हाम्रो प्रेम को कश्ती 

चांदनी को लहर हरु मा,

अनि रिसन लागेको छ 

हाम्रो असीम प्रेम 

यो प्रेम वृक्ष को पात हरु बाट;


आऊ प्रिय!

यो पात हरु को कश्ती मा हामी सवारी गरौं 

यो सफर मा एक अर्को को भागी बनौं।

मुरादों का पुल

 

मुरादों  का पुल

मेरा नाम ' कार्लोव मोस्त ' है

दुनिया मुझे

चार्ल्स ब्रिज के नाम से भी

जानती है

प्राग में बहती ' वल्तवा '

नदी पर

मैं अकेला पुल नहीं

ओर भी बहुत से पुल हैं

लेकिन वे सब ख़ाली ख़ाली

सूने सूने

वहाँ अक्सर कोई नहीं जाता

कोई दिलजला भी नहीं

लेकिन मुझ पर हर वक़्त

एक मेला - सा लगा रहता है ,

 

मुझ पर थिरकते

अनगिनत क़दमों का

संगीत सुन कर

मेरे नीचे बहती नदी की

लहरें भी गुनगुनाने लगती हैं

सैकड़ों दिल

एक साथ धड़कने लगते हैं

प्रेमी - युगल

एक दूसरे का हाथ थामे

गलबहियां डाले

मुस्कुराते , गुनगुनाते

इधर से उधर

अपने अपने दिलों के

तापमान के अनुसार

मुझे पार  करते हैं                                         

मुझ पर बनी

सेंट जॉन की मूर्ती को

अपने हाथों से स्पर्श करते हैं

मांगते हैं 

मुहब्बत भरी मुरादें

ओर अपने अपने

हिस्से की मुहब्बत ,

 

मुहब्बत ,

जिसकी अपनी

कोई ज़ात नहीं होती

जिसका अपना

कोई रंग नहीं होता

जिसका कोई नाम नहीं होता

जो फूल बन कर खिलती है

हर प्यार करने वाले के दिल में

बदलती हैं करवटें

प्रेमियों के सपनों में ,

 

एक दूसरे के

हाथों में फँसी उँगलियों में

क़ैद हो जाती हैं

प्यार की जानी - अनजानी मंज़िलें

प्रेम के नशे में डूबे

इन लड़खड़ाते  क़दमों का संगीत

इस दुनिया में

मुझ से बेहतर कौन समझेगा

मेरी देह नहीं बल्कि

मेरी आत्मा पर

अंकित हो जाते हैं

प्रेमी - युगलों के क़दमों के निशान ,

 

बस , यही तो है मेरी धरोहर

मेरी मुहब्बत की दुनिया

मैं गुनगुनाने लगता हूँ

अमर - प्रेम का एक गीत

और तभी

आकाश से शुरू होती है बारिश

तेज़ बारिश

सभी प्रेमी - युगल

अपनी अपनी

मुहब्बत का हाथ थामे

दौड़ कर

पार कर जाते हैं मुझे

और मैं यहाँ  

अकेला भीगता रहता हूँ

इस आग भरी बारिश में। 


Bridge of wishes 


BRIDGE of WISHES 




My name is 'Karlovy Most'

Also known as ' Charles Bridge '


Not the only  bridge

On Vltava river in Prague 


There are many other bridges too .

They are all empty

desolate desolate


No one wanders on them 

Not even a broken heart ,

But I embrace them all

Agog in festive spirit!


 

Waves of the river 

flowing beneath me 

start humming 

to the musical rhythm of

dancing steps, joyful!


Hundreds of hearts

start beating together. 

Lovers - couples

smiling , singing, swaying,

From one end to the other 

holding each other's hands

Smitten by passion. 


They touch the statue of St John

That I hold in my arms

Asking for loving wishes 

and their own  share of love .


Love,

Does not have any caste 

Does not have any colour 

No name, only a profound emotion 

Blooms like a flower

in the heart of every lover. 


Love,

Like dreams of lovers

Fingers tucked in hands 

A promise not to let go

in known and unknown destinations. 


Who better than me 

Will understand 

the music of these steps 

Intoxicated in love?


Footsteps of lovers 

Leave everlasting impression 

not on my body 

but my soul .



This is my heritage

my world of love. 

I start humming

The eternal  Song of Love!


Then suddenly 

Showers from the sky,

drenching rain. 

All Lovers - Couples

holding each other hands 

cross me hurriedly 

To find shelter 

And I am left alone

A desolate soul 

Getting soaked

In this fiery rain.