नियम नं. 3
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मतले में प्रयुक्त क़ाफ़िये में कॉमन अक्षर को हटा दिया जाये तब शेष बचे हुये शब्द में यदि दोनो ही शब्द का कोई मतलब न निकले तो ये क़ाफिये सही माने जाते हैं। जैसे- क़ाफ़िया आसमान महान को देखें
दोनों में आन कॉमन है । इस कॉमन को हटाने पर शेष
'आस 'और 'मह' बचता है जिनका कोई अर्थ नहीं निकलता है अत: ये क़ाफ़िये शुद्ध हैं इनका इस्तेमाल जायज है।
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