लम्ब्रेटा स्कूटर
मेरे ताऊ जी के पास था
लाल रंग का लम्ब्रेटा
स्कूटर
जो बिना चाबी के हो जाता था
स्टार्ट
जिस पर बैठ मैं बन जाता
स्मार्ट
जब भी आते थे हमारे घर
मैं ले उड़ता था उनका स्कूटर
पेट्रोल था उन दिनों
सात रूपये लीटर
घुमाता था खाली सड़कों पर
लगभग आधे घंटे तक
ताऊ जी हो रहे होते घर पे
नाराज़
पर मैं जानता था उनकी ख़ुशी का राज़
भूलता नहीं था लाना
१२० नंबर का बनारसी पान का
जोड़ा
पान पा कर हो जाते थे ख़ुश ताऊ जी
प्यार करते हुए मुझे डाँटते थे थोड़ा।
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