८४ घंटे वाला मंदिर
कटरा गोकुल शाह,
बाज़ार सीता राम के 
ठीक सामने 
प्राचीन 
८४ घंटे वाला मंदिर 
आज भी है मौजूद 
इसके ८४ घंटों की आवाज़,
आज भी रह रह कर 
गूँजती है 
मेरे कानों में 
८४ लाख योनियों के प्रतीक 
ये ८४ घंटे 
एक साथ 
बजाने का हुनर 
हर किसी को नहीं आता
शाम की
आरती के वक़्त
इन ८४ घंटों का
लगातार बजना,
इन घंटों का संगीत सुन कर
शाम आलिंगन
करने लगती हैं 
रात का
परत दर परत
खुलती है रात
एक घंटा
और
१ लाख योनि
८४ घंटे
और
८४ लाख योनि
सिर्फ आदमी ही
कर सकता है तय
८४ लाख योनियों का सफर
बजाते हुए
८४ घंटे एक साथ,
खुद को समझाते हुए
आईनों को झुठलाते हुए
मुखौटे ओढ़ कर
८४ घंटे
एक साथ बजाते हुए।
 
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