Thursday, September 12, 2024

हिन्दी

 हिन्दी 


मैं भारत की बेटी,

आपकी  आपनी हिन्दी हूँ 

हाँ , हिन्दी हूँ मैं हिन्दी हूँ 

भारतीय संस्कृति सभ्यता के 

ललाट  पर सजी मैं बिंदी हूँ 

हर कोई मुझे सजा रहा है 

मुझे वसन नए पहना रहा है 

 शोभा हूँ मैं इस युग की

नहीं काग़ज़ की चिन्दी हूँ  

हाँ , हिन्दी हूँ मैं हिन्दी हूँ 

मैं भारत की बेटी  

आपकी अपनी हिन्दी हूँ ,  

हर दिल को हर्षाती हूँ मैं 

नित्य  फूल नए खिलाती हूँ मैं  

सभी  के मन को भाती हूँ मैं

काम सभी के आती हूँ मैं 

मुझको पढ़ना लिखना सीखों 

मुझसे तुम संवरना  सीखो  

सुथरी हूँ , नहीं गन्दी हूँ 

हाँ , हिन्दी हूँ मैं हिन्दी हूँ 

मैं भारत की बेटी  

आपकी अपनी हिन्दी हूँ। 

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