Thursday, June 1, 2023

लघुकथा - सेविंग्स

 लघुकथा - सेविंग्स 


अपने नए पड़ोसी  को चाय की प्याली थमाते हुए मैंने पूछा - " सर्विस करते हैं आप  ? "


- " जी हाँ , बिजली विभाग में इंजीनियर के पद पर कार्यरत हूँ। " - पडोसी ने  मुस्कुरा कर जवाब दिया। 


- " फिर तो बिजली आपको फ्री मिलती होगी " - मैंने उत्सुकता से पूछा। 


- " जी , फ्री है भी और नहीं भी "।  पडोसी ने तपाक से कहा। 


- " जी मैं समझा नहीं '" - मैंने हिचकते हुए कहा। 


- " मतलब बिल तो आता  है पर बहुत कम " 


- वो कैसे ? - मैंने जिज्ञासा से पूछा। 


- इधर  आइये , बतलाता हूँ , वो मुझे बिजली के मीटर के पास ले जा कर बोले - ये पिन देख रहे हैं आप , बस इसे ज़रा सा नीचे गिरा दें ,फिर चाहे AC चलाये चाहे गीजर। "


अपने पडोसी  की इस बचत योजना के आगे मुझे अपनी सारी बचत योजनाएँ फीकी- सी मालुम पड़ी। 


लेखक - इन्दुकांत आंगिरस 



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