Adbiyatra
Thursday, June 8, 2023
वसंत का ठहाका - औरत - 5
औरत
और वसंत
औरत और वसंत
या यूँ कह लें
वसंत और औरत
औरत के बिना
वसंत अधूरा है
और वसंत के बिना
औरत है अधूरी
इसीलिए जिस ज़मीन पर
औरत नहीं होती
उस ज़मीन पर
वसंत दस्तक नहीं देता,
वहाँ रहता है हमेशा
मौत के सन्नाटे सा
पतझड़।
कवि - इन्दुकांत आंगिरस
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