Saturday, June 29, 2024

देह के अर्थ

 देह के अर्थ 


तुम ज़िंदगी भर 

तलाशते रहे 

मेरी देह के अर्थ 

कभी फूल 

कभी रौशनी

कभी किरण 

कभी चाँदनी  

कभी लहरें 

कभी समुन्दर 

कभी तारे 

तो कभी किनारे 

बना कर ,

लेकिन प्रिय 

मेरी देह तो सिर्फ 

एक राख़ है 

ओर इस राख़ को 

तुम अपनी आत्मा पर 

मल नहीं सकते। 


कवि  -इन्दुकांत आंगिरस 

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