एक अरसा हुआ
एक अरसा हुआ
तुम्हारा कोई ख़त नहीं आया
एक अरसा हुआ
मैंने भी तुम्हे ख़त नहीं लिखा
एक अरसा हुआ
तुमने मुझे याद नहीं किया
एक अरसा हुआ
मैंने भी तुम्हे याद नहीं किया
एक अरसा हुआ
तुम मुझे भुला नहीं पायी
एक अरसा हुआ
मैं भी तुम्हे भुला नहीं पाया
क्या हम अब भी
एक दूसरे से प्रेम करते हैं ?
क्या हम अब भी
एक दूसरे पे मरते हैं ?
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