प्रेम -प्रसंग
मैंने जब भी तुम्हें चूमा
तुम कसमसाकर यही बोलीं
' भई हम नहीं '
और अब तुम नहीं
हम दूर जंगलों में
ढूँढा करेंगे
यही आवाज़
' भई हम नहीं , भई हम नहीं '
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