Saturday, June 29, 2024

प्यार -1

 प्यार -1


प्यार शो - केस  में सजा ताजमहल नहीं 

प्यार इक मस्त दरिया है 

जहाँ से उगती है हर सुबह 

इसी की ख़ुश्बू  से महकते हैं फूल 

इसी से फूटते हैं 

सख्त चट्टानों में खिलखिलाते झरने 


यही हैं जीवन का सत्य 

यही हैं मृत्यु का संगीत 

सूनी हैं ये दुनिया बिन प्रीत 

प्यार अनजाना- सा समर्पण 

इसकी दहलीज़ पर 

मन प्राण सब अर्पण 

कुछ मीठें हृदय के हैं उद्गार 

कोई समझौता नहीं हैं प्यार 

प्यार की राह 

इतनी सहज नहीं होती 

प्यार में सुनो , बहस नहीं होती 

जी , प्यार में बहस नहीं होती ।





No comments:

Post a Comment