Friday, June 28, 2024

प्रेम -प्रसंग -2

 प्रेम -प्रसंग


रेखांकित हैं मेरे पास 

उन चुंबनों के घाव 

जो पूर्णिमा की 

शरद चाँदनी में 

तुम ने 

मेरी नंगी पीठ 

ललाट , कपोलों व अधरों पर 

दूर अमलतास के नीचे 

बिखेर दिए थे।  



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