Tuesday, July 23, 2024

Ghazal - Meter

 ये ज़ुल्फ़ अगर खुल के बिखर जाए तो अच्छा 

 इस रात की तक़दीर सँवर जाए तो अच्छा"


221-1221-1221-122

मफ़ऊल - मफ़ाईल - मफ़ाईल - फ़ऊलुन

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दिल चीज़ क्या है आप मेरी जान  लीजिए

बस   एक   बार मेरा   कहा मान लीजिए


मफ़ऊल- फ़ाइलात- मुफ़ाईल- फायलुन

221-2121-1221-212

उनके ख्याल आये तो आते चले गए 


यूँ हसरतों के दाग़ मुहब्बत ने धो दिए 

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ख़ुदा तक जाएगा झगड़ा हमारा   

1222  1222  122

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