ये ज़ुल्फ़ अगर खुल के बिखर जाए तो अच्छा
इस रात की तक़दीर सँवर जाए तो अच्छा"
221-1221-1221-122
मफ़ऊल - मफ़ाईल - मफ़ाईल - फ़ऊलुन
-----------------------------------------------------------------------------------------------
दिल चीज़ क्या है आप मेरी जान लीजिए
बस एक बार मेरा कहा मान लीजिए
मफ़ऊल- फ़ाइलात- मुफ़ाईल- फायलुन
221-2121-1221-212
उनके ख्याल आये तो आते चले गए
यूँ हसरतों के दाग़ मुहब्बत ने धो दिए
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------
ख़ुदा तक जाएगा झगड़ा हमारा
1222 1222 122
No comments:
Post a Comment