एक कविता मेरी प्रेमिका जोंक के नाम - Vers a szerelmes piócáról
मेरे पास है एक बड़ी पीली प्लेट
और प्लेट के बीचोबीच है एक सूराख़
सूराख़ के दूसरी ओर मेरी प्रेमिका जोंक
उसी वक़्त लपकता शीत का चाँद मेरी ओर
क्योंकि मेरे पास है एक बड़ी पीली जोंक
और जोंक के बीचोबीच है एक सूराख़
जिसमे समा जाते हैं हज़ारों ततैये
अब मेरी प्लेट में सेब के पेड़ की टहनियाँ हैं
और एक काला सूराख़
जिस में समा जाती है बड़ी पीली प्लेट
बीचोबीच गुनगुनाती जोंक के साथ
मेरी प्रेमिका जोंक गाती है एक गीत -
'हज़ारों ततैये मेरे गले में
सेब की टहनियाँ मेरे चूतड़ों में
जलती बकरियाँ झाड़ियों में '।
कवि - Ladik Katalin
अनुवादक - इन्दुकांत आंगिरस
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