Ez a beteg ,boros ,bús , lomha Bácska
यह बीमार ,नशीला ,उदास रेंगता बाचका देश
सहमे- सहमे से चलते हैं छोटे साहिब
ज़हरीले फूल , कंकाल - से आदमी
मीनार से दूर गिरती हुई लपटों में
ज़हर ले उड़ा सफ़ेद कपोलों को
लपटों से दमकता मखमली सर्बिया
लड़कियों के गले में भारी आभूषण
एक से एक ख़ूबसूरत और रक्तविहीन
एक गुलाबी पब की खिड़की से उठती
बिगुल की भयानक बेसुरी आवाज़
अश्लील मदिरा उत्सव ,निस्तेज लड़खड़ाहट
बीमार ,दुखी स्लाविक साज़ करता विलाप
मैं काँप रहा हूँ , उनका कहना है ,वे मनाते हैं पर्व
चीख़ उठी हैं सीटियाँ ,घर्घरा उठी हर खिड़की
नशीली मेज़ और ख़ून से सने चाकू
हैवान भी नशे में बदमस्त बदहाल हैं
दरीचों से आती हैं लिपी-पुती लड़कियाँ
यह सब देख कर में मरणासन्न हो जाता हूँ ।
कवि - कोस्तोलान्यी दैज़ो ( Dezső Kosztolányi )
अनुवादक -इन्दुकांत आंगिरस
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