Sunday, March 16, 2025

करामाती सूट

 करामाती सूट 


धीरे धीरे मेरा बौनापन 

मुझसे भी बड़ा हो गया 

जब मेरे ही सामने 

अपने कपडे उतार कर 

वह खड़ा हो गया 

तब मैंने अपना कीमती सूट 

उतर कर उसे पहना दिया 

और अब हर कोई 

उसे ही सलाम ठोंकता   है 

बस फिर क्या !

मेरा बौनापन कुछ और तन गया 

उसका हर टेढ़ा काम 

आसानी से बन गया 

वह एक टाइपिस्ट की कुर्सी से उछल 

बॉस बन गया 

अब उसके हाथ 

पहले से भी लेंगें हो गए हैं 

वह टाइपिस्ट की उँगलियों का दर्द 

भूल गया है शायद 

उसने अपने काले हाथों में 

सफ़ेद दस्ताने चढ़ा लिए हैं 

के बरस गुज़र गए 

वह अब भी वैसे ही 

तन कर आता है 

लोग आज भी उस को 

वैसे ही सलाम ठोकते हैं 

पर वह क़ीमती सूट 

अब पुराना हो गया है

लेकिन वह उसे 

अब भी नहीं उतारता 

शायद वह 

उसी को ओढ़े ओढ़े मर जाये 

पर मैं उसे मरने नहीं दूँगा 

मुझे वह करामाती सूट 

वापिस चाहिए 

मैंने उस सूट के लिए 

बड़ी से बड़ी क़ीमत लगा दी 

पर वह फिर भी नहीं माना 

और अब शायद 

अपना करामाती सूट 

वापिस लेने के लिए 

मुझे एक बार 

फिर से नंगा होना पड़ेगा। 

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