Tenger csudája - समुद्री परी
प्राचीन समय की बात है - दूर , बहुत दूर सात समुन्दर पार , उन पूँछ वाले सूअरों द्वारा खोदी गई पहाड़ियों के भी उस पार एक राजा रहता था। राजा का एक पुत्र था। उस राजकुमार की दोस्ती एक ग़रीब लड़के से हो गई और वह एप पिता से तब तक प्रार्थना करता रहा जब तक कि उसके पिता ने उस लड़के को हमेशा के लिए राजकुमार के साथ रहने की आज्ञा नहीं दे दी। दोने बालक एक साथ भाइयों की तरह बड़े होते गए। हर काम के लिए इकट्ठे जाते , घुड़सवारी भी इकट्ठे करते। एक दिन दोनों शहर गए। शहर में बाज़ार लगा हुआ था। राजकुमार शरारती मूड में था और उसने एक ग़रीब औरत का फूलदान तोड़ डाला।
ग़रीब औरत ने कहा -" अगर तुम राजकुमार हो कर भी इतने शैतान हो तो मैं तम्हें शाप देती हूँ कि तुम्हारी शादी तब तक नहीं होगी जब तक समुद्री परी युम्हारी रानी नहीं बनेगी। "
समय गुजरता गया। राजकुमार को ख़्याल आया कि उसे शादी करनी चाहिए। इधर भटका , उधर भटका लेकिन कोई भी लड़की उससे शादी करने को तैयार नहीं थी।
तब एक दन उसके भाई ने राजकुमार से कहा - " तुम्हें याद नहीं , उस बूढी ग़रीब औरत ने बाज़ार मैं तुम से क्या कहा था ? उसने कहा था कि तुम्हारी शादी तब तक नहीं होगी जब तक समुद्री परी तुमसे शादी करने को तैयार नहीं होगी। "
-" ठीक है ,, तो फिर चलते है और उसको ढूँढ़ते है। " राजकुमार ने कहा।
उन्होंने घोडा - गाड़ियों में सामन लादा और यात्रा पार निकल पड़े। वे पहाड़ियों के उस पार जंगल में पहुँच गए। उस बड़े जंगल में उन्हें एक छोटा-सा घर मिला। वे उस घर में घुस गए। उस घर में एक बुढ़िया रहती थी।
- " नमस्ते माता जी ! "
- " नमस्ते बेटा ! यहाँ किस काम से आए हों ?"
-" हम समुद्री परी को ढूँढ रहे हैं। क्या आपने उसके बारे में सुना है ?
बुढ़िया ने लड़कों को बताया कि उन्हें समुद्री परी किस दिशा में मिलेगी और ये भी कहा कि " मेरे बच्चों ! अगर तुम परी को पाना चाहते हो तो अपने साथ एक बड़ी आरी , एक बक्सा और एक साज़ भी ले जाना क्योंकि समुद्री परी को संगीत बहुत पसंद है। जब तुम संगीत बजाओगे तो परी आ जाएगी। तब तुम साज़ का एक तार बक्से में गिरा देना और जब परी अधिक संगीत बजाने के लिए कहे तो कह देना कि तार बक्से में गिर गया है और तुम्हें नहीं मिल पा रहा है। तब परी बक्से में तार ढूंढने के लिए घुसेगी। बस उसी क्षण तुम उस बक्से का ढक्कन बंद कर देना और उसे ले जाना। " सब कुछ ऐसा ही हुआ। राजकुमार ने घर पांच कर बक्सा खोला और परी को बाहर निकाला। राजकुमार ने परी से कहा ," अब तुम मेरे पास हो। बड़ी मुश्किलों से मैं तुम्हें यहाँ लाया हूँ। मेरी पत्नी बन जाओ और मुझसे शादी कर लो। "
समुद्री परी बोली , " मैं तुम्हारी पत्नी तभी बनूँगी , जब तुम मेरी इच्छा पूरी करोगे। कसम कह कर कहो कि तुमने अपने जीवन में जितने भी ग़रीबों का मज़ाक उड़ाया है , तुम हर उस ग़रीब को अपने ख़ज़ाने से सौ - सौ सोने की मोहरें दोगे।
राजकुमार ने ऐसा ही किया , परी ने राजकुमार से शादी कर ली। दोनों पति - पत्नी ने अपना शेष जीवन ख़ुशी से बिताया।
No comments:
Post a Comment