A tulipánná változott Királyfi - तुलिप में बदल गया राजकुमार
एक समय की बात है - एक राजा था। राजा का एक पुत्र था। एक दिन पुत्र ने पिता से कहा ," मैं जा रहा हूँ और तब तक वापिस नहीं आऊँगा जब तक संसार की सबसे सुन्दर लड़की को न ढूँढ लूँ। "
राजकुमार चला गया। सड़कों पर घूमते - घूमते वह ग़लती से जंगल में घुस गया। एक काँटेदार घनी झाडी में फँसा एक कौआ दर्द से बेहाल था। वह किसी भी तरह उन घनी काँटेदार टहनियों से ख़ुद को आज़ाद नहीं करा पा रहा था। राजकुमार दयालु था। उसने कौए को आज़ाद कर दिया। आज़ाद होते ही कौए ने राजकुमार से कहा ," मेरे पंखों में से एक पंख निकाल लो और अगर कभी तुम किस मुसीबत में फँस जाओ तो पंख को हवा में घुमाना , मैं तुरंत वहाँ पहुँच जाऊँगा और तुम्हारी मदद करूँगा। "
राजकुमार ने कौए का पंख रख लिया और आगे बढ़ गया। वह के देशों में गया। एक बार उस ने देखा कि एक छोटी मछली बैलगाड़ी के पहिये में फँसी छटपटा रही है। राजकुमार को मछली पर दया आ गयी। वह मछली को उठा कर झील में डाल आया। मछली ने राजकुमार से कहा , " मेरी पीठ पर से एक स्केल ( शल्क ) खींच लो और जब कभी मुसीबत में पड़ो तो उस स्केल को पानी में डालना , मैं तुरंत आ जाऊँगी और तुम्हारी मदद करुँगी। "
उसके बाद राजकुमार ने रास्ते में एक वृद्ध व्यक्ति को देखा। वृद्ध भूखा और प्यासा था। राजकुमार ने दया कर उसे पानी पिलाया और खाना खिलाया।
तब वृद्ध व्यक्ति ने राजकुमार से कहा , " मेरे बालों में से दो बाल खींच लो और जब कभी मुसीबत में पड़ो तो उन बालों को हवा में घुमाना ,
मैं तत्काल वहाँ पहुँच जाऊँगा और तुम्हारी मदद करूँगा। "
राजकुमार आगे बढ़ गया और तीसरे दिन एक गाँव की सीमा पर जा पहुँचा। उसे गाँव वालो से पता चला कि वहाँ एक बूढा राजा रहता है जिसकी एक सुन्दर लड़की है। लेकिन अगर कोई भी उस लड़की से विवाह करना चाहे तो वर को तीन बार इस तरह छुपना पड़ेगा कि राजकुमारी उसको ढूँढ न सके। राजकुमार ने सोचा कि वह इसकी कोशिश करेगा। वह राजा कि लड़की के पास गया और उससे विवाह का प्रस्ताव रखा। इस पर राजकुमारी ने उसे तीन बार छुपने के लिए कहा। हाँ , अगर एक बार भी वह इस तरह छुपे कि राजकुमारी उसे ढूँढ न पाए तो राजकुमारी उसकी पत्नी बन जाएगी।
राजकुमार ने हवा में कौए के पंख को लहराया। सैकड़ों कौए आएँ और उसे पहाड़ी कि छोटी पर ले गए लेकिन राजकुमारी सीधी वहाँ पहुँच गयी , उसे ढूँढ निकाला और उस पर हँस पड़ी।
दूसरे दिन उसने झील में मछली का स्केल डाला। एक विशाल मछली किनारे आ गयी और राजकुमार उसके पेट में छुप गया। लेकिन राजकुमारी मछली पकड़ने के जाल के साथ आयी , मछली और राजकुमार को पकड़ लिया और राजकुमार पर हँस पड़ी।
तीसरे दिन राजकुमार ने दो बाल हवा में लहराए। वृद्ध व्यक्ति आया , उसने राजकुमार को सहलाया और राजकुमार फ़ौरन तुलिप का फूल बन गया। वृद्ध व्यक्ति ने उस फूल को अपनी टोपी के पास टाँग लिया।
राजकुमारी दूल्हे राजकुमार को ढूँढने लगी लेकिन ढूँढ नहीं पायी। शाम तक उसे विशवास हो गया कि वह उसे ढूँढ नहीं पाएगी। तब उस सुन्दर लड़की के सामने वृद्ध व्यक्ति आया और उसने राजकुमारी के हाथ में तुलिप का फूल रख दिया। सुन्दर राजकुमारी ने फूल का चुम्बन लिया और तुलिप का फूल राजकुमार में बदल गया।
" तुम मेरी हो और मैं तुम्हारा "राजकुमार ने कहा और उनका विवाह हो गया। इस तरह से राजकुमार ने संसार कि सबसे सुन्दर राजकुमारी ढूँढ निकाली थी जिसे वह अपने घर , अपने गाँव में ले गया।
No comments:
Post a Comment