" आख़िर कब तक "
मानव नर का रक्त पिएगा , आख़िर कब तक ?
नर ही नर का ज़ुल्म सहेगा, आख़िर कब तक ?
भ्रष्टाचारी सर्प डसेगा , आख़िर कब तक ?
मज़दूरों का ख़ून बहेगा , आख़िर कब तक ?
कब तक होता युहीं रहेगा , क़त्ल यहाँ पे...?
दशासनी अभिमान हँसेगा , आख़िर कब तक ?
मानव नर का .........
दहशत का सामान बनेगा ,आख़िर कब तक ?
सिक्कों में ईमान बिकेगा आख़िर कब तक ?
हैवानियत का कब तक युहीं , नाच नचेगा...?
बारुद बन नर युहीं मरेगा आख़िर कब तक ?
नर ही नर का रक्त ..........
सच का झूठा ढोल बजेगा आख़िर कब तक ?
चौपट जी का राज चलेगा आख़िर कब तक ?
कब तक होता युहीं रहेगा पतन यहाँ पे ?
दिल्ली तेरा ताज बिकेगा आख़िर कब तक...?
नर ही नर का रक्त ..........
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