परिचय साहित्य परिषद् , दिल्ली की एक पुरानी साहित्यिक संस्था है जिसका बीजारोपण इन्दुकान्त आंगिरस और शिवनलाल जलाली ने किया।
परिचय साहित्य परिषद् की प्रथम गोष्ठी 1985 को होली के अवसर पर वसंत विहार दिल्ली में स्थित तुनिशिया दूतावास में शिवनलाल जलाली के घर पर वरिष्ठ शाइर जनाब डी राज कँवल की अध्यक्षता में संपन्न हुई। धीरे धीरे यह पौधा फलने - फूलने लगा और आज एक विशाल वटवृक्ष के रूप में उपस्थित है।
कुछ महीनों के बाद इसमें कार्यकारणी सदस्यों को जोड़ा गया , प्रथम कार्यकारणी सदस्यों की सूची इस प्रकार थी -
संरक्षक एवं परामर्शदाता :
श्री डी राज कँवल
डॉ रमेश कुमार अंगिरस
श्री सीमाब सुल्तानपुरी
अध्यक्ष : श्रीमती उर्मिल सत्यभूषण
उपाध्यक्ष : श्रीमती सविता चड्ढा
डॉ मधु बरुआ
सचिव : श्री इन्दुकान्त आंगिरस
उपसचिव : सुश्री प्रकाश टाटा
कोषाध्यक्ष : श्री शिवनलाल जलाली
प्रभंध अधिकारी : श्री अनिल वर्मा 'मीत'
जन संपर्क अधिकारी : सुश्री पार्वती राठौर
कार्यकारी सदस्य :
श्री सुभाष प्रेमी सुमन
श्रीमती वीणा कुमार
श्री जमाल अमरोही
श्रीमती अलका सिन्हा
श्री धीरेन्द्र उपाधयाय
श्री नवनीत भूषण
सुश्री गायत्री नूर
35 वर्षों की इस लम्बी अवधि में परिचय साहित्य परिषद् अब तक लगभग ३०० से ज़्यादा गोष्ठियाँ, कवि सम्मेलन और सेमीनार कर चुकी है।रूसी सांस्कृतिक केंद्र के सौजन्य से परिचय साहित्य परिषद् , रूसी सांस्कृतिक केंद्र के प्रांगण में ही नियमित महाना गोष्ठियाँ का आयोजन करती रही है और यह सिलसिला आज भी ज़ारी है। इन गोष्ठियाँ में दिल्ली और अन्य राज्यों के प्रतिष्ठित साहित्यकार भाग लेते रहे हैं। रूसी साहित्य के साथ भी आदान प्रदान होता रहा है।
जून २०१७ में रूसी सांस्कृतिक केंद्र और परिचय साहित्य परिषद्के ने मिलकर अपनी दोस्ती की ३०वी वर्षगांठ पर भव्य आयोजन किया। समय के साथ साथ अधिक से अधिक लोग इस के साथ जुड़ते गए और कुछ लोग बिछुड़ भी गए। परिचय साहित्य परिषद् की वर्तमान कार्यकारणी सदस्यों के नाम निम्नलिखित हैं -
संरक्षक एवं परामर्शदाता :
डॉ रमेश कुमार अंगिरस
श्री सीमाब सुल्तानपुरी
अध्यक्ष - श्री लक्ष्मी शंकर वाजपेयी
उपाध्यक्ष - श्री इन्दुकान्त आंगिरस
महासचिव - श्री अनिल वर्मा 'मीत'
सचिव : श्री हरे राम समीप
कोषाध्यक्ष - श्रीमती सुषमा भंडारी
प्रभंध अधिकारी - श्री शिवनलाल जलाली
कार्यकारी सदस्य :
श्रीमती भावना शुक्ला
श्रीमती प्रकाश टाटा
श्रीमती अलका सिन्हा
श्री मनोज अबोध
डॉ स्टेला
श्रीमती ममता किरण
NOTE :
श्री शिवनलाल का नाम पहले शिवनलाल 'बशर ' था लेकिन अब उन्होंने अपना नाम - शिवनलाल जलाली रख लिया है क्यों कि आप अलीगढ़ के नज़दीक जलाली गावँ के रहने वाले है। जलाली गावँ से एक और मशहूर शाइर शकेब जलाली हुए है जो भारत के विभाजनके बाद पाकिस्तान चले गए थे।
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