Monday, July 27, 2020

मरने के बाद क्या होगा ?



कोरोना की महामारी के चलते आज समूर्ण दुनिया में लाखो लोग मर चुके हैं और जो अभी तक नहीं मरे हैं उनमे से कोई भी, कही भी,कभी भी मर सकता है। लोग मौत से ख़ौफ़ खाये अपने अपने दबड़ों में दुबक कर बैठे हैं और परिन्दें आसमान में बे-ख़ौफ़ उड़ रहें हैं। ज़िंदगी और मौत  का रिश्ता तो चोली-दामन जैसा है।
जनाब कृष्ण बिहारी 'नूर ' कहते हैं -

ज़िंदगी मौत तेरी मंज़िल है 
दूसरा कोई रास्ता ही नहीं

मौत के  बारे में उस्ताद इब्राहिम ज़ौक़ का यह अनूठा शे'र देखे -

अब तो घबरा के ये कहते हैं कि मर जायेंगे 
मर के  भी   चैन न   पाया तो किधर जायेंगे

यह एक रहस्य ही है कि मरने के बाद आखिर आदमी जाता कहा है, दो ही जगह है स्वर्ग या नरक ,जन्नत या दोज़ख ,लेकिन कौन कहाँ जायेगा किसी को  नहीं मालूम।  पिछले दिनों मदीना बुक डिपो की एक किताब हाथ लगी - 'मरने के बाद क्या होगा '?उर्दू  की  इस किताब के लेखक  मौलाना मुहम्मद आशिक़ इलाही बुलन्दशहरी हैं और इसका हिंदी अनुवाद कौसर यज़दानी नदवी ने किया है। इस किताब में बहुत ही तफ़्सील से यह बताया गया है कि कौन जन्नत में जायेगा और कौन दोज़ख में।  जन्नत में जाने पर क्या मिलेगा और दोज़ख में जाने पर क्या मिलेगा ,जन्नत कैसी होती है और दोज़ख कैसी होती है, जन्नत में खाने -पीने को क्या मिलता है और दोज़ख में खाने पीने को क्या मिलेगा ,दोज़ख का अँधेरा कैसा होता है और जन्नत का नूर कैसा होता है ।

       लेकिंन सवाल यह उठता है कि मरने के बाद यह देखने कौन जायेगा कि कौन जन्नत में गया है और कौन दोज़ख में। कुछ फ़क़ीरों का यह भी कहना है कि जन्नत और दोज़ख मौत के बाद नहीं ,हमारी ज़िंदगी में ही हमे मिल जाती हैं,अपने अपने कर्मों के हिसाब से, फिर मौत से घबराना कैसा,मौत की आहट  के डर से रात रात भर जागना कैसा ?

 मौत का एक दिन मुअय्यन है
 नींद क्यों रात भर नहीं आती

                   मिर्ज़ा ग़ालिब का उपरोक्त  शे'र पढ़ें और अपना मुहँ ढँक  कर सो जाये , कल की सुनहरी सुब्ह आपका इन्तिज़ार कर रही है।  

5 comments:

  1. वाह-वाह, बहुत बढ़िया।

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  2. स्वर्ग नरक सब कहने की बात हैं । जिसे आज तक किसी ने देखा ही नहीं वह कल्पना से अधिक क्या हो सकता है?

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  3. Jeena marna
    Swarg Nark
    Sab yahan
    Dharti pe
    Maine khoja
    Swarg Nark
    Yahan wahan
    Kahan- Kahan
    Lekin paya
    swarg Nark
    Wahan wahan
    Khada hua Mai
    Jahan Jahan

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  4. Jeena marna
    Swarg Nark
    Sab yahan
    Dharti pe
    Maine khoja
    Swarg Nark
    Yahan wahan
    Kahan- Kahan
    Lekin paya
    swarg Nark
    Wahan wahan
    Khada hua Mai
    Jahan Jahan

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