Thursday, July 3, 2025

Ghazal - RAV _ Lesson

 आज का तरही मिसरा

'फूलों की तर्ह आपका किरदार ही नहीं' 

रदीफ़ - ही नहीं

क़ाफ़िया - किरदार, अखबार, दीदार, सरका, बीमार ,लाचार, अनुसार ख़ूँख़ार, अम्बार, दस्तार आदि

निवेदन - इस मिसरे को मतले में न लें। अन्य किसी शेर में गिरह लगा सकते हैं।

बह्र है

मफऊल फाइलात मुफाईल फाइलुन

221   2121 1221 212

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