Saturday, July 8, 2023

गीत - श्याम की मुरली , श्याम की राधा

 श्याम की मुरली , श्याम की राधा 

राधा के मन में      श्याम बिराजा 


कान्हा , कान्हा; कान्हा बोले 

राधा ,    राधा ;  राधा  बोले

एक हुए यूँ प्राण  युगल के 

एकही  प्रीत की बोली बोले 


श्याम की मुरली , श्याम की राधा 


गीत हुआ यूँ   पावन मन का 

भीज गया मन वृन्दावन - सा 

भूल गयी सब  सुधबुध राधा 

याद रहा बस नाम किशन का 


श्याम की मुरली , श्याम की राधा 



राधा के   घनश्याम   सांवरिया 

गावत  प्रीत के राग किवारिया 

श्याम से मोहे आज मिला जा 

सदियों की ये प्यास बुझा जा 


श्याम की मुरली , श्याम की राधा 



कवि - इन्दुकांत आंगिरस 

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