मात्रा गणना का नियम
: दो अक्षर वाले शब्द की मात्रा 2 होती है
जैसे हम 2 वह 2 कल 2 यह 2 शुभ 2 जल 2 सब 2
तीन अक्षर वाले शब्द की मात्रा
12 होती है।
जैसे
कमल 12 पवन 12 दमन 12 नगर 12 सुलभ 12, नहर 12 आदि जब कोई शब्द आधे अक्षर से शुरू होता है तो मात्रा गणना में आधे अक्षर को छोड़ देते हैं जैसे
ब्याज इसकी गणना याज मान कर करेंगे 21
प्याला 22
श्याम 21
व्यय 2
हां। हम जिस अक्षर की मात्रा पर जोर देकर पढ़ते हैं उसकी मात्रा 2 होती है जिस को जल्दी से पढ़ते हैं उसकी मात्रा 1 मानते हैं
आ ,ई,ऊ , ऐ, औ , अं, की मात्रा नहीं गरती है।
शब्द के शुरू की मात्रा का पतन मतलब 2 की जगह 1 नहीं होता है। जैसे औरत , ओखली, ऐनक, पालक, ऊँट, चारपाई, ईंट आदि में शुरू के अक्षर औ, ओ, ऐ, पा मे आ की मात्रा, ऊ, ई की मात्रा नहीं गिराई जा सकती है।
अपवाद आवश्कतानुसार
1. मेरे की मात्रा 22, 21, 12 ,11 हो सकती है
2.कोई की मात्रा 22, 21, 12 ,11 हो सकती है।
3. आईना 222, 212
आपको पहले बताया था
दो अक्षर वाले शब्द की मात्रा 2 होती है जैसे रथ 2 शुभ 2 पथ 2 तीन अक्षर वाले बिना दीर्घ मात्रिक शब्द की मात्रा 12 होती है जैसे
अचल 12 , सुमन 12, विकल 12 , कुशल 12 आदि। ये भी बताया था कि आधे अक्षर से शुरू होने वाले शब्द की मात्रा गणना करते समय आधे अक्षर को छोड़ देते हैं जैसे न्यायालय 222
स्वागत 22 श्वान 21 व्यास 21
अब अगर आधा अक्षर बीच में आये तब वह अपने पूर्ववर्ती अक्षर की मात्रा को दुगना करेगा। जैसे
कन्स यहां पर "क"की मात्रा 1 है लेकिन उसके तत्काल बाद आधा न है तो यह आधा न " क" की मात्रा दुगना करेगा।मतलब की मात्रा 1 जगह 2 मानी जायेगी।कंस की मात्रा 21 होगी ।
बन्धन 22 कल्प 21 शुल्क 21 मन्डल 22 पत्नी 22 मक्खी 22 उल्लू 22 चक्की 22 होगी।
इसको पढ़ें और समझें। कहीं दिक्कत हो तो पूछें।
तुम्हारे
तु/ म्हा/रे 122
उन्हें
उ/ न्हें 12
तुम्हें
तु/म्हें 12
यहां पर म् ह के साथ जुड़ा है।
No comments:
Post a Comment