Monday, October 28, 2024

अज़ीमाबाद

 कोई छींटा पड़े तो 'दाग़' कलकत्ते चले जाएँ 

अज़ीमाबाद में हम मुंतज़िर सावन के बैठे हैं 

-दाग़ देहलवी

No comments:

Post a Comment