Thursday, December 22, 2022

लघुकथा - लॉक डाउन

  


लॉक डाउन


घर में अलसाई पत्नी  को पति प्रेम से सहलाने लगा। 

-  पता नहीं आपको , लॉक डाउन  चल रहा  है ,-  पत्नी ने पति का हाथ झटकते हुए कहा। 

- अरे , लॉक डाउन तो बाहर चल रहा है , घर में तो ओपन है ।  

-  नहीं , घर में भी  लॉक डाउन  है ।    

- अच्छा ,  घर के लॉक डाउन की गाइडलाइन्स तो सुने ।    

- आप खाना बना सकते हैं ,झाड़ू -पौंचा कर सकते हैं , कपडे धो सकते हैं और काम करते करते थक जाये तो मुझसे    दो गज की दूरी पर सो सकते हैं। 


 निराश पति  बंद खिड़की खोल बाहर झाँकने लगा। उसे यह देख कर आश्चर्य  हुआ कि सामने वाले फ़्लैट की मुंडेर पर बैठा कोइलों  का एक जोड़ा मधुर आवाज़ में कोई प्रेम गीत गा  रहा था। 





लेखक - इन्दुकांत आंगिरस 


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