ऑक्सीजन
एक जंगल ने दूसरे जंगल से कहा :
- "अरे , तुम अभी तक ज़िंदा हो , तुम्हारे पेड़ों का टेंडर तो पिछले महीने ही खुल गया था। "
- "टेंडर तो खुल गया था , लेकिन पेड़ों को काटने अभी तक कोई नहीं आया। लगता है टेंडर कैंसिल हो गया है। "
-" टेंडर खुलने के बाद कैंसिल , लगता है कोई नया घोटाला है।"
-" नहीं , घोटाला कोई नहीं , सुनने में आया है कि मृत्यु लोक में ऑक्सीजन की भारी कमी हो गयी है , इसीलिए फ़िलहाल पेड़ नहीं कटेंगे।"
-" चलो , मनुष्य को कुछ तो सद्बुद्धि आई।"
- "हाँ भाई , इस मृत्यु लोक में ऑक्सीजन सप्लाई करने के लिए हमें कुछ और साल जीवित रहना होगा।"
-" यह तो बहुत अच्छी ख़बर है । आओ , मिलकर ज़िंदगी का गीत गातें हैं। "
उनकी बाते सुन कर दिल ख़ुश हुआ और तभी झूमते पेड़ों को छू कर ताज़ा हवा का झोंका मेरी आत्मा में पसर गया।
लेखक - इन्दुकांत आंगिरस
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