Balázs Béla
Meg kell halnom itt- मुझे यहीं त्यागने हैं अपने प्राण
नहीं जानता तुम्हें,अपरिचित हो तुम सभी मेरे लिए
न कभी तुम्हारी तलाश थी , न मुझे तुम से प्रेम है
तुम्हारे बंद दरवाज़ों पर जमा मेरी मुट्ठियों का ख़ून
लाल हो गयी मेरे होठों के लहू से तुम्हारी दहलीज़
आने दो भीतर मुझे,मुझे यहीं त्यागने हैं अपने प्राण
नहीं जानता किसने भेजा ,मालूम नहीं उसका नाम
ज़िंदगी की तवील सड़क , भूल चूका हूँ उसका नाम
कोड़ों की मार ने धकेला , सुनो कोड़ों की आवाज़
अपने भीतर की आवाज़ में फ़िर सुनी वही आवाज़
जो कहती हैं तुमसे - मुझे यहीं त्यागने हैं अपने प्राण
अब तक सुना चुके होंगे तुम्हें शीर्षस्थ संदेशवाहक
जातीय वंशजों का वही पुराना गीत और कहानी
एक सेना के सामने, तन कर खड़े होंगे तुम सभी
लेकिन मैं अकेला , गुमनाम , क़दम भी न बढ़ा सका
आता -जाता आवारा, मुझे यहीं त्यागने हैं अपने प्राण
मैं अकेला ,अंतरिक्ष में भेदे तीर की मानिंद
अनेक वंशजों के हुजूम को पार कर गया
एक युवा भीड़ को , युवा जातीय वंशजों को
सुनो , मुझे भेजा है मेरे पूर्वजों के पूर्वजों ने
इक भूले पूर्वज के लिए , मुझे यहीं त्यागने हैं अपने प्राण
तुम्हारे बंद दरवाज़ों पर जमा मेरी मुट्ठियों का ख़ून
लाल हो गयी मेरे होठों के लहू से तुम्हारी दहलीज़
अपरिचित हो तुम , लेकिन खोल दो बंद दरवाज़ें
क्योंकि अजनबियों के लिए , ऐसा ही था आदेश
तुम समझ सकते हो, मुझे यहीं त्यागने हैं अपने प्राण
कवि - Balázs Béla
जन्म - 4 अगस्त ' 1884 - Szeged
निधन - 17 मई ' 1949 - Budapest
अनुवादक -इन्दुकांत आंगिरस
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