Friday, March 22, 2024

Hungarian Folktale - मुर्गा और चूज़ा

 

मुर्गा और चूज़ा 

 

एक  जंगल के ठीक बीचो -बीच  में एक मुर्गा और एक चूज़ा  रहते थे  । उनके मालिक की मृत्यु हो गई और उनके पास खाने के लिए कुछ नहीं था। उन्हें ज़ोर से भूख लगी थी ।  तभी उन्हें एक जंगली नाशपाती मिली, लेकिन जंगली नाशपाती   चूज़े के  गले से बड़ी  थी ।

खैर चूज़े ने मुर्गे से कहा - मुर्गे भाई , मेरे लिए जल्दी से पानी लाओ क्योंकि मेरा दम घुट रहा  है।

मुर्गो कुएं की ओर भागता है।  

-" कुएं भाई , मुझे जल्दी से पानी दो जिससे मैं पानी चूज़े को दे सकूँ क्योंकि जंगली नाशपाती से उसका दम  घुट रहा है। "

- " मैं तब तक पानी नहीं दूंगा जब तक तुम किसी सुन्दर लड़की से मुझे एक फूल माला नहीं ला कर दोगे " - कुएं ने कहा। 

तब मुर्गा एक सुन्दर लड़की के पास गया।

- " तब तक नहीं मिलेगी जब तक मुझे गाय का थोड़ा दूध नहीं ला कर दोगे। " - सुन्दर लड़की ने कहा।

मुर्गा गाय  के पास भी गया।

- " गाय मुझे थोड़ा दूध दो , दूध सुन्दर लड़की के पास ले जाऊँगा , सुन्दर लड़की मुझे फूलों की माला देगी , फूल माला कुएं के पास ले जाऊँगा , कुआँ मुझे पानी देगा , पानी चूज़े के पास ले जाऊँगा क्योंकि जंगली नाशपती से उसका दम घुट रहा है। "

 

" मैं सुन्दर लड़की को तब तक दूध नहीं दूँगी जब तक तुम मुझे घास के मैदान से घास नहीं ला कर दोगे। " गाय ने कहा।

मुर्गा घास के मैदान के पास गया।

 

- " मैदान ! मुझे घास दो , घास गाय को दूंगा , गाय मुझे दूध देगी , दूध सुन्दर लड़की के पास ले जाऊँगा , सुन्दर लड़की मुझे फूलों की माला देगी , फूल माला कुएं के पास ले जाऊँगा , कुआँ मुझे पानी देगा , पानी चूज़े के पास ले जाऊँगा क्योंकि जंगली नाशपती से उसका दम घुट रहा है। "

- " तब तक घास नहीं दूंगा जब तक दुकान से मेरे लिए घास काटने की मशीन नहीं ला कर दोगे " - घास के मैदान ने कहा।

मुर्गा दुकान में गया।

 

- " दुकान ! मुझे घास काटने की मशीन दो , मशीन घास के मैदान को दूंगा ,मैदान मुझे घास देगा ,घास गाय को दूंगा , गाय मुझे दूध देगी , दूध सुन्दर लड़की के पास ले जाऊँगा , सुन्दर लड़की मुझे फूलों की माला देगी , फूल माला कुएं के पास ले जाऊँगा , कुआँ मुझे पानी देगा , पानी चूज़े के पास ले जाऊँगा क्योंकि जंगली नाशपती से उसका दम घुट रहा है। "

- " तब तक घास काटने की मशीन नहीं दूँगी  जब तक पैसे नहीं लाओगे ", दुकान ने कहा।

तब मुर्गा हताश हो गया , जल्दी के कूड़े के ढेर पर पहुँच कुरेदने लगा , वहां उसे एक क्रेडिट कार्ड मिला ,वह उसे दुकान में ले गया , तब उसे घास काटने की मशीन मिली , घास के मैदान के पास गया , मैदान ने उसे घास दी , घास गाय के आगे रखी , गाय ने दूध दिया , दूध सुन्दर लड़की के पास ले गया , सुन्दर लड़की ने फूल माला बनाई  , फूल माला ले कर कुएं के पास गया , कुए ने पानी दिया , पानी ले कर सीधा चूज़े के पास पहुंचा ,ओर वो भी सही वक़्त पर , भारी घुटन से  चूज़ा आखरी साँसें गिन  रहा था। चूज़े ने  जल्दी से ढेर सारा पानी पिया  , पानी ने चूज़े के गले में अटकी नाशपाती को बहा दिया , नाशपाती ने हवा को रास्ता दे दिया , इस तरह हवा से जीवित हो कर वो चूज़ा आज भी जीवित है अगर मर न गया हो तो।

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