आजकल साहित्य लेखन प्रचुर मात्रा में हो रहा है और रोज़ नए नये - नये लेखक पैदा हो रहे हैं , विशेषरूप से कवियों की तो भरमार है। अक्सर सभी लेखक और कवि अपना परिचय साहित्कार के रूप में देते हैं लेकिन शायद ऐसे लेखक और कवि उँगलियों पर गिने जा सकते हैं जो साहित्य शास्त्र की समझ रखते हो। गुलाबराय द्वारा रचित पुस्तक साहित्य और समीक्षा एक ऐसी ही दुर्लभ पुस्तक है जो साहित्य के विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी है। साहित्य के विद्यार्थियों से मेरा तात्पर्य सिर्फ वही विद्यार्थी नहीं है जो हिन्दी विषय में MA कर रहे हैं अपितु वे सभी लेखक और कवि जो रचनाएँ लिख रहे हैं , साहित्य के विद्यार्थी हैं , ये अलग बात है कि अधिकांश कवि अपने को साहित्य का विद्यार्थी नहीं अपितु साहित्यकार ही मानते हैं। विशेषरूप से एक कवि के लिए साहित्य शास्त्र का ज्ञान होना अनिवार्य है। इस पुस्तक में काव्य के तत्त्व, काव्य रस , काव्य के विभिन्न रूप , काव्य के गुण और रीतियों , काव्य के दोष , प्रमुख अलंकार , छंद आदि के बारे में संक्षेप में उदहारण सहित बतलाया गया है इसलिए यह दुर्लभ पुस्तक साहित्य के विद्यार्थियों के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।
पुस्तक का नाम - साहित्य और समीक्षा
लेखक - गुलाबराय
Copyright - गुलाबराय ( Not mentioned in book )
Language - Hindi
प्रकाशक - आत्माराम एन्ड संस , देहली
प्रकाशन वर्ष - द्वितीय संस्करण , 1956
पृष्ठ -144
मूल्य - INR 20/ ( बीस रुपया केवल )
Binding - Hardbound
Size - 4" x 6 "
ISBN - Not Mentioned
लेखक - गुलाबराय
जन्म - 17th January , 1888
निधन - 13th April , 1963
NOTE : लेखक के बारे में अधिक जानकारी के लिए उनका विकी पेज देखें।
प्रस्तुति - इन्दुकांत आंगिरस
बाबू गुलाब राय की अत्युत्तम पुस्तक।
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