Saturday, June 5, 2021

लघु कथा - दो गज़ की दूरी

 

दो गज़ की दूरी



- ज़रा दो गज़ की दूरी रखिये 


- मुर्दा ही तो दफ़्ना रहे है , अब जगह कम है तो क्या करे। 


- मुर्दा कोरोना नेगेटिव है या पॉजिटिव ?


- क्या  फ़र्क  पड़ता है , अब तो मुर्दा है। 


- फिर भी ?


- पॉजिटिव है। 


- पॉजिटिव है  तो दो गज़ की दूरी पर ही दफ़नाए। 


- क्यों ?


- यहाँ ज़िंदा लोगो का ही इलाज नहीं हो रहा है तो मुर्दों का इलाज करने कौन आएगा । 


- मुर्दो को इलाज की क्या ज़रूरत है ?


- इलाज की तो ज़रूरत नहीं लेकिन कौन जाने पॉजिटिव मुर्दों को जन्नत नसीब होगी कि नहीं ?



लेखक - इन्दुकांत आंगिरस 


4 comments:

  1. सही कह रहे है
    मरने के बाद भी
    सभी डरे हुए हैं
    पता नहीं अब क्या होगा ?
    जन्नत नसीब होगा या फिर
    जहन्नूम नसीब होगा ,
    चलो दो गज की दूरी बना लेते है ,
    इस मुर्दे को हम सभी मिलकर
    जन्नत भेजने की कोशिश करते हैं ।

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  2. बहुत मार्मिक लघुकथा

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  3. अत्यंत मार्मिक व्यंग्य।

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