दो गज़ की दूरी
- ज़रा दो गज़ की दूरी रखिये
- मुर्दा ही तो दफ़्ना रहे है , अब जगह कम है तो क्या करे।
- मुर्दा कोरोना नेगेटिव है या पॉजिटिव ?
- क्या फ़र्क पड़ता है , अब तो मुर्दा है।
- फिर भी ?
- पॉजिटिव है।
- पॉजिटिव है तो दो गज़ की दूरी पर ही दफ़नाए।
- क्यों ?
- यहाँ ज़िंदा लोगो का ही इलाज नहीं हो रहा है तो मुर्दों का इलाज करने कौन आएगा ।
- मुर्दो को इलाज की क्या ज़रूरत है ?
- इलाज की तो ज़रूरत नहीं लेकिन कौन जाने पॉजिटिव मुर्दों को जन्नत नसीब होगी कि नहीं ?
लेखक - इन्दुकांत आंगिरस
सही कह रहे है
ReplyDeleteमरने के बाद भी
सभी डरे हुए हैं
पता नहीं अब क्या होगा ?
जन्नत नसीब होगा या फिर
जहन्नूम नसीब होगा ,
चलो दो गज की दूरी बना लेते है ,
इस मुर्दे को हम सभी मिलकर
जन्नत भेजने की कोशिश करते हैं ।
👌
ReplyDeleteबहुत मार्मिक लघुकथा
ReplyDeleteअत्यंत मार्मिक व्यंग्य।
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