Monday, April 26, 2021

हंगेरियन कवि Farnbauer Gábor की कविताओं का हिन्दी अनुवाद



És mondd csak , ha már 


हाँ , कह डालो , अगर पहले ही 

खड़ा हूँ रौशनी में अपने असबाब के साथ 

हाँ , कह डालो , मेरे परिचित ,मेरे यार 

क्या वाकई यह पेरिस है ? 


हाइकु  


कुछ भी नहीं रहेगा 

कोई नहीं रहेगा 

बस जो है.....   है 




कवि -  Farnbauer Gábor  

जन्म -  6th May ' 1957


अनुवादक - इन्दुकांत आंगिरस 

1 comment:

  1. यह अनुवाद मूल कविता जैसा ही प्रतीत होता है।

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