Sunday, November 23, 2025

Indu Sharma Poetry

 देश के शहीदों के नाम,कुछ पंक्तियाँ मैंने लिखी हैं

आप इसे अपने शब्दों में आगे बढ़ा सकते है। 👍👍


बता देश मेरे कहाँ तुम नहीं हो,

जिधर देखती हूँ उधर तुम वहीँ हो।

बता देश मेरे कहाँ तुम नहीं हो,

जिधर देखती हूँ उधर तुम वहीँ हो।


1.शिराओं में रहते हो तुम रक्त बनकर

   भुजाओं में रहते हो तुम शक्ति बनकर

   अकेले नहीं तुम अकेले नहीं तुम,,,,,,सभी तो वहीँ है। बता देश मेरे...........


2.. तुम्ही बाग में फूल बनकर महकते

     तुम्ही खेत में अन्न बनकर चमकते

     जहाँ पेड़ फल से जहाँ पेड़ फल से,,,,,,,लदे तुम वहीँ हो।बता देश मेरे........


बता देश मेरे कहाँ तुम नहीं हो 

जिधर देखती हूँ उधर तुम वहीँ हो।


जय हिंद जय भारत।

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